ये है नजारा-
सीन १-
मदनमहल चौराहा से आमनपुर मार्ग-मार्ग पर मदनमहल चौराहा से महज पचास मीटर की दूरी पर मवेशी धमाचौकड़ी मचा रहे थे। राहगीर बच कर निकल रहे थे की कहीं दुर्घटना न घट जाए।
सीन २-
स्त्री नगर से धुआंधार मार्ग-अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल पहुंच मार्ग पर शास्त्री नगर से सगड़ा, गोपालपुर, लम्हेटाघाट के बीच सड़क में पचास से ज्यादा आवारा पशुओं का जमावड़ा था। शाम को व रात के अंधेरे में इस मार्ग पर आवारा मवेशियों के कारण कई दुर्घटना हो चुकी हैं।
सीन ३-
रानीताल चौराहा के समीप-शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहों में शुमार रानीताल के आसपास भी आवारा पशु धमाचौकड़ी मचाते दिखे। जबकि कई मवेशी बीच सड़क में बैठे थे। नवरात्रि के दौरान एक सांड के दौड़ जाने के कारण इसी स्थल पर दो वाहन चालक गिरकर चोटिल हो गए थे।
सीन ४-
टेलीकॉम फै क्ट्री के पास-रिहायशी इलाके के बीच टेलीकॉम फै क्ट्री के समीप सड़क पर भैंस धमाचौकड़ी मचा रही थीं। जिसके कारण राहगीरों को बचकर निकलना पड़ रहा था की कहीं भैंस न मार दे। क्षेत्रीयजनों ने इसकी कई बार शिकायत भी की पर कार्रवाई नहीं हुई।
सीन ५-
मंडला बायपास-मंगेली से तिलहरी के बीच मंडला बायपास में बड़ी संख्या में मवेशियों का झुंड मिला। इस मार्ग में पिछले महीनों में मवेशियों के कारण कई बार एक्सीडेंट भी हो चुके हैं।
सीन ६-
एकता मार्केट गौर-यातायात का जबर्दस्त दबाव झेलने वाले एकता मार्के ट गौर के समीप बड़ी संख्या में मवेशी धमाचौकड़ी मचा रहे थे। क्षेत्रीयजनों ने बताया की वे सड़क से दिनभर मवेशियों को हांककर परेशान हो जाते हैं।
वर्जन-
मुख्य मार्गों से लेकर रिहायशी कालोनियों की सड़कों पर से आवारा पशुओं को पकडऩे की कार्रवाई लगातार की जा रही है। लेकिन पशु मालिक मवेशियों को खुले में छोडऩा बंद नहीं कर रहे हैं। पिपरिया में निगम की एक और गौशाला बन जाने पर बड़ी संख्या में पशु वहां भी रखे जा सकेंगे। इस व्यवस्था के लागू होने पर रोजाना बड़ी संख्या में आवारा पशु गौशाला में रखे जा सकेंगे।
राजेन्द्र पटेल, हाका गैंग प्रभारी, नगर निगम