केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सदन में पिछले 25 वर्षो के इतिहास में पहली बार विपक्ष का ऐसा अमर्यादित व्यवहार देखने मिला। टेबुल पर खड़े होकर रजिस्टर फाड़े और फेंके गए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 से 2014 तक जब यूपीए सरकार थी हम विपक्ष में थे लेकिन ऐसा आचरण कभी नहीं किया। सदन की एक अपनी गरीमा होती है। विपक्ष की यह मानसिकता ही रही है वह सरकार की हर जनहितैषी योजनाओं की अलोचना करता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकसभा और राज्य सभा के वर्षा कालीन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नए सदस्यों का परिचय करा रहे थे। मंत्रिमंडल में 27 ओबीसी, 12 एससी, आठ एससीएसटी और 11 महिलाओं को शामिल किया गया है। लेकिन विपक्ष ने इस कदर हंगामा किया कि सदस्यों का परिचय नहीं हो पाया। सदन के इतिहास में पहली बार विपक्ष ने अमर्यादित व्यवहार कर सदन की गरिमा तार-तार कर दी। इसलिए प्रधानमंत्री ने निर्णय लिया कि मंत्रिमंडल में शामिल नए सदस्य अब सीधे जनता के बीच जाएंगे और उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। यात्रा के माध्यम से वे सरकार की योजनाओं से जनता को अवगत कराएंगे साथ ही विपक्ष की कारगुजारियों भी उजागर करेंगे।
बता दें कि ये आशीर्वाद यात्रा 23 अगस्त को निकलनी थी, लेकिन यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण आंदोलन के मुखिया भाजपा नेता कल्याण सिंह के निधन से यात्रा स्थगित कर दी गई थी। जन आशीर्वाद यात्रा के लिए प्रदेश भाजपा के नेतृत्व में नगर संगठन ने पूरी तैयारी कर ली है। इस यात्रा में केंद्रीय मंत्री के साथ लोकसभा के मुख्य सचेतक सांसद राकेश सिंह व सभी जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।