एक माह में तैयार करे डीपीआर
केन्द्रीय मंत्री ने जबलपुर में प्रस्तावित रिंग रोड का काम जल्द शुरू कराने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जबलपुर शहर से भारी वाहनों का बोझ कम करने के लिए रिंग रोड बनाना आवश्यक है। उन्होंने एक माह के अंदर रिंग रोड की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए है। बैठक में बताया गया कि सरकार प्रयास कर रही है कि अप्रैल, 2018 तक रिंग रोड का काम शुरू करने की है।
केन्द्रीय मंत्री ने जबलपुर में प्रस्तावित रिंग रोड का काम जल्द शुरू कराने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जबलपुर शहर से भारी वाहनों का बोझ कम करने के लिए रिंग रोड बनाना आवश्यक है। उन्होंने एक माह के अंदर रिंग रोड की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए है। बैठक में बताया गया कि सरकार प्रयास कर रही है कि अप्रैल, 2018 तक रिंग रोड का काम शुरू करने की है।
फ्लाईओवर में देरी से नाराज
बैठक में बात उठी कि लोक निर्माण विभाग की लापरवाही की वजह से अब तक जबलपुर में प्रस्तावित फ्लाईओवर का टेंडर नहीं हो सका है। दमोहनाका से दशमेश द्वार तक बनने वाले इस फ्लाईओवर की काफी समय से चर्चा रही है। शहर में यातायात सुगमता की दृष्टि से फ्लाईओवर के निर्माण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस फ्लाईओवर का निर्माण केन्द्रीय सड़क कोष (सीआरएफ) से होना है।
बैठक में बात उठी कि लोक निर्माण विभाग की लापरवाही की वजह से अब तक जबलपुर में प्रस्तावित फ्लाईओवर का टेंडर नहीं हो सका है। दमोहनाका से दशमेश द्वार तक बनने वाले इस फ्लाईओवर की काफी समय से चर्चा रही है। शहर में यातायात सुगमता की दृष्टि से फ्लाईओवर के निर्माण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस फ्लाईओवर का निर्माण केन्द्रीय सड़क कोष (सीआरएफ) से होना है।
लंबे समय से डिजाइन पर चर्चा
शहर के बीच में बनने वाले इस पहले फ्लाईओवर की डिजाइन को लेकर लंबे समय से विचार-विमर्श चल रहा है। पहले दमोहनाका से दशमेश द्वार तक फ्लाई ओवर बनने की बात हुई थी। बाद में इस बात पर भी चर्चा हुई कि फ्लाईओवर को यादव कॉलोनी और ट्रेफिक पुलिस थाने की ओर जाने वाले मार्ग पर जोड़ा जाए।
शहर के बीच में बनने वाले इस पहले फ्लाईओवर की डिजाइन को लेकर लंबे समय से विचार-विमर्श चल रहा है। पहले दमोहनाका से दशमेश द्वार तक फ्लाई ओवर बनने की बात हुई थी। बाद में इस बात पर भी चर्चा हुई कि फ्लाईओवर को यादव कॉलोनी और ट्रेफिक पुलिस थाने की ओर जाने वाले मार्ग पर जोड़ा जाए।
पर्यावरण का मामला तो मंत्री खुद बात कर लेंगे
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि राज्य सरकार के विभाग की सुस्ती के चलते सड़कों के कई दूसरे प्रकल्प भी लंबित हैं। मप्र में सड़क निर्माण का काम लटकने का एक बड़ा कारण पर्यावरणीय स्वीकृति नहीं मिलना भी रहा है। गडकरी ने कहा, प्रदेश की जिन सड़क परियोजनाओं का काम पर्यावरण मंजूरी के लिए रुका है, उसके लिए खुद केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से बात करेंगे।
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि राज्य सरकार के विभाग की सुस्ती के चलते सड़कों के कई दूसरे प्रकल्प भी लंबित हैं। मप्र में सड़क निर्माण का काम लटकने का एक बड़ा कारण पर्यावरणीय स्वीकृति नहीं मिलना भी रहा है। गडकरी ने कहा, प्रदेश की जिन सड़क परियोजनाओं का काम पर्यावरण मंजूरी के लिए रुका है, उसके लिए खुद केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से बात करेंगे।