जबलपुरPublished: Jul 27, 2023 12:08:16 pm
Rahul Mishra
संस्कारधानी में ऐसे कई मंदिर हैं जो अपनी अनोखी निर्माण परंपरा और वास्तु शैली के लिए जाने जाते हैं।यहां एक ऐसा ऐतिहासिक शिवालय भी है, जिसकी निमार्ण प्रक्रिया सिर्फ पुष्य नक्षत्र में ही हुई थी। इस वजह से साल में केवल 12 दिनों के कुछ घंटों में ही निर्माण कार्य होता था। इस कारण ही इसके निर्माण में 50 साल का समय और तीन पीढियां लग गई।
तीन पीढ़ियों तक चला निर्माण, सावन में लगता है भक्तों का जमावड़ा
जबलपुर। संस्कारधानी में ऐसे कई मंदिर हैं जो अपनी अनोखी निर्माण परंपरा और वास्तु शैली के लिए जाने जाते हैं।यहां एक ऐसा ऐतिहासिक शिवालय भी है, जिसकी निमार्ण प्रक्रिया सिर्फ पुष्य नक्षत्र में ही हुई थी। इस वजह से साल में केवल 12 दिनों के कुछ घंटों में ही निर्माण कार्य होता था। इस कारण ही इसके निर्माण में 50 साल का समय और तीन पीढियां लग गई।गढ़ा बाजार से देवताल के मार्ग पर यह 150 साल पुराना शिव मंदिर स्थित है। सावन में दर्शन व पूजन के लिए यहां भक्तों का जमावड़ा लग रहा है।