scriptअजब है… बकरियों की भीड़ के साथ घर आ गया ये जंगली जानवर, ऐसे मची खलबली, देखें वीडियो | unique wild animal came in shepherd's house | Patrika News

अजब है… बकरियों की भीड़ के साथ घर आ गया ये जंगली जानवर, ऐसे मची खलबली, देखें वीडियो

locationजबलपुरPublished: Nov 05, 2018 09:34:27 pm

Submitted by:

Premshankar Tiwari

उछल-कूद मचाई तो हुआ संदेह, वन विभाग को सौंपा

unique wild animal came in house

वीयू में बार्किंग डियर का इलाज करते चिकित्सक

जबलपुर। बरेला समाधि रोड स्थित बरबटी गांव की एक महिला रोजाना की तरह अपनी बकरियों को चराने के लिए जंगल रवाना हुई। उसने दिन भर जंगल में बकरियों को चराया और शाम को घर लौटी, लेकिन उसे पता नहीं था कि उसकी बकरियों के साथ भीड़ में एक प्यारा और अनूठा जंगली प्राणी उसके घर तक पहुंच गया है। महिला ने सभी को बाड़े बंद कर दिया, लेकिन जब अनूठे प्राणी ने उछल-कूछ मचानी शुरू की तो पति उसके अंदाज से हैरान रह गया। पड़ताल हुई तो पता चला कि यह यह बकरी नहीं बल्कि बार्किंग डियर यानी हिरण का ब‘चा है। पहले तो चरवाहे और ब‘चों ने उस पर खूब प्यार लुटाया और फिर वन विभाग को सूचना देकर उसे वन कर्मियों के हवाले कर दिया। उछल-कूद मचाते नन्हे हिरण को देखने के लिए गांव में दिन भीड़ लगी रही।

बकरियों के ब‘चों में शामिल
बताया गया है कि समाधि रोड स्थित बरबटी गांव निवासी रामलाल की पत्नी सुनीता अपनी बकरियों को चराने के लिए जंगल गई हुई थी। बकरियों को उसने जंगल में छोड़ दिया और लकडिय़ां आदि बीनने के काम में व्यस्त हो गई। इस बीच बार्र्किंग डियर का ब”ाा भी बकरियों के झुण्ड में शामिल हो गया। बकरियों के झुण्ड में कई नन्हे मेमने भी थे। बार्र्किंग डियर का रंग और कद भी इन्ही की तरह था और वह भी बकरियों के साथ चरने लगा। मेमनों के साथ उसने उछल कूद शुरू कर दी। बरबटी गांव निवासी की पत्नि सुनीता भी इसे समझ नहीं सकी। शाम को बकरियों के ब”ाों के झुण्ड के साथ वह भी घर आ गया।

पति को हुआ संदेह
रामलाल के अनुसार हिरण का ब‘चा देखने में बिल्कुल बकरियों के मेमनों की तरह है। लेकिन मेमनों के साथ आते ही बाड़े में उछल-कूद मचाते हुए वह कुलांचे भरने लगा। रामलाल ने पत्नी से पूछा लेकिन वह भी कुछ नहीं बता पाई। उसने कहा कि बकरियों के साथ में यह भी था। लेकिन रामलाल को संदेह हो गया कि यह बकरी का ब‘चा नहीं है। उसने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम पहुंची तो वातावरण रहवास बदलने के कारण हिरण का ब‘चा कुछ बदहवाश सा नजर आया। डिप्टी रेंजर जीएस परिहार एवं वन रक्षक राजेंद्र पटेल तुरंत इसे लेकर वेटरनरी अस्पताल पहुंचे जहां प्राथमिक उपचार कराया गया।

डॉक्टर ने पिलाया दूध पिलाया
वेटरनरी अस्पताल में डॉ.निधि राजपूत ने बार्किंग डियर का इलाज किया। थोड़ा कमजोर नजर आने के कारण उसे एंटी बॉयोटिक और दूध दिया। वहीं सुरक्षा के लिहाज से इंजेक्शन भी लगाया। डॉ. निधि ने बताया कि इसकी उम्र 8 माह के लगभग है। यह पूरी तरह स्वस्थ है। सबसे बड़ी बात है कि यह कुत्तों के हाथ नहीं लगा। इसे वन विभाग को वापस कर उसे उसके प्राकृतिक रहवास में छोडऩे के लिए कहा गया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो