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विवि का गल्र्स हॉस्टल, गेस्ट हाउस बनेगा पेइंग गेस्ट

locationजबलपुरPublished: Oct 10, 2019 12:05:26 pm

Submitted by:

Mayank Kumar Sahu

कार्यपरिषद ने दी अनुमति, अब बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं को मिलेगी राहत, प्रदेश में पहला विश्वविद्यालय बनेगा रादुविवि जहां परिजनों के भी रुकने की दी जाएगी सुविधा, डारमेटरी में होगी रुकने की व्यवस्था

Rdvv University vacant from professors, locksmith

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फैक्ट फाइल

-8 जिले विवि के अधीन

-1.50 लाख छात्र छात्राएं

-300 छात्र-छात्राएं प्रतिदिनि विवि आते

-100 रुपए आवास शुल्क तय

-50 से 100 रुपए भोजन शुल्क

-1600 छात्र विवि में अध्ययनरत

जबलपुर।

रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का गल्र्स हॉस्टल एवं गेस्ट हाउस अब पेइंग गेस्ट बनेगा। लंबे समय से चली आ रही कवायद के बाद कार्यपरिषद में मंजूरी मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी अनुमति जारी कर दी है। प्रदेश में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय पहला विश्वविद्यालय होगा जहां छात्रावास में बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं अथवा उनके परिजनों को रुकने के लिए दिया जाएगा। इसके लिए बेहद मामूली राशि छात्रों को चुकानी होगी। विदित हो विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र जबलपुर के अलावा नरसिंहपुर, कटनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, डिंडौरी, मंडला जिले में है। बड़ी संख्या में रोजना छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय विभिन्न कार्यों के सिलसिले में आते हैं। ऐसे में कई बार छात्रों को रुकना भी पड़ता है। विश्वविद्यालय का यह निर्णय छात्र हित में होगा।

लड़कियां के लिए गल्र्स हॉस्टल

बताया जाता है लड़कियों के रुकने के लिए गल्र्स हॉस्टल को उपलब्ध कराया गया है। जबकि छात्रों को विश्वविद्यालय के अतिथि गृह के डारमेटरी में रुकवाया जाएगा। अधिकत्तम दो दिनों की आवास व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगा। इसके लिए छात्र-छात्राओं को मात्र 100 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से राशि जमा करनी होगी। यदि छात्रा चाहे तो मामूली खर्च पर मैस से भोजन की व्यवस्था ले सकती है। फिलहाल विवि प्रशासन छात्राओं को 1500 रुपए मासिक किराए पर यह सुविधा उपलब्ध करा रहा है। हालांकि दो दिन का खाने का शुल्क बढ़ाकर लिया जाएगा अभी यह निर्धारित किया जा रहा है।

हास्टल में करीब 180 छात्राएं

जानकारों के अनुसार गल्र्स हॉस्टल में करीब 180 छात्राएं फिलहाल रह रही हैं। ऐसे में यदि बाहर से आने वाली छात्राओं की संख्या अधिक होती है तो हॉस्टल प्रबंधन के लिए व्यवहारिक समस्याएं खड़ी होगी। क्योंकि हॉस्टल के कुछ कमरे खराब होने के कारण इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। वहीं दूसरी और विश्वविद्यालय के गेस्ट रूम में सीमित आयोजनों के चलते पूरे समय बुक नहीं रहते हैं जिससे गेस्ट हाउस का समुचित उपयोग हो सकेगा।

-कई बार बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं के सामने रुकने की गंभीर समस्या पैदा हो जाती है। विवि प्रशासन ने छात्रहित में यह निर्णय लिया है। कार्यपरिषद की स्थायी समिति में निर्णय के बाद इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं।

-प्रो.कमलेश मिश्रा, कुलसचिव रादुविवि

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