हर बार सादे कागज पर शिकायत लेकर भगा देती है पुलिस
पुलिस का रवैया बेहद प्रताडऩा वाला रहता है। पीडि़त युवती न्याय की गुहार लगाने के लिए थाने पहुंचती है। लेकिन, हरबार वहां मौजूद पुलिस वाले सादे कागज पर शिकायत लेकर पीडि़त को भगा देते हैं। युवती वहां से निराश होकर फिर घर चली जाती है। कुछ दिन बाद दोबारा थाने जाती है, तो कहा जाता है मामला जांच में है। लेकिन, यह नहीं बताया जाता कि जांच कब तक चलेगी। युवती की हालत देखकर किसी को भी रोना आ जाए। लेकिन, पुलिस जांच के मामले में युवती का दर्द फिलहाल कोई असर नहीं डाल रहा।
पीडि़त के नहीं माता-पिता
युवती के अनुसार उसके माता-पिता नहीं है। घर में छोटा भाई है। एक साल पहले युवती की पहचान खटीक मोहल्ला निवासी 34 वर्षीय युवक से हुई। वह अक्सर उसके घर आता-जाता था। 26 फरवरी 2018 को युवती घर पर अकेली थी, तभी युवक ने चाकू की नोक पर उससे बलात्कार किया। युवती गर्भवती हुई, तो आरोपी ने शादी करने का आश्वासन देकर गर्भपात कराने से मना कर दिया।
बेटे को लेकर पहुंची थी युवक के घर, फिर भी भगा दिया
24 नवम्बर 2018 को उसने बेटे को जन्म दिया। युवती बेटे को लेकर युवक के घर पहुंची, तो उसके भाई और मां ने मारपीट कर भगा दिया। तब से वह बेटे के साथ अकेले रह रही है। युवती के अनुसार पिता का नाम नहीं होने से उसक बेटे का जन्म प्रमाण-पत्र नहीं बन रहा है। पीडि़त युवती के अनुसार बलात्कार करने का आरोपी भी अब उसकी जान का दुश्मन बन गया है। युवती का दर्द यह है कि वह शादी के झांसे में आ गई। आरोपी की बातों में फंसकर उसने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन, अब आरोपी भी पहचानने से इनकार कर रहा है।