टूर एंड ट्रैवल्स का काम करने वाले सुनील दुबे ने बताया कि दार्जिलिंग निवासी प्रियदर्शनी मित्रा और उनकी मां जबलपुर के पर्यटन स्थल घूमने आई थीं। वे रेलवे स्टेशन के पास एक होटल में रुकी थीं। 12 अप्रेल को उन्हें साइड सीन के लिए ड्राइवर भेड़ाघाट ले गया। दोपहर में उन्हें मदन महल की पहाड़ी पर किला दिखाने ले जाया गया। ड्राइवर गाड़ी लेकर नीचे रुक गया। प्रियदर्शनी और उसकी मां किले की ओर बढ़ीं। वे किले की ओर जा रही थीं, तभी एक युवक झाडिय़ों से निकला और प्रियदर्शनी से बातचीत करने लगा। प्रियदर्शनी को लगा कि वह गाइड है। इसी बीच युवक ने चाकू निकाला और प्रिदर्शनी की मां को चाकू अड़ाकर उनका बैग लूटने का प्रयास किया। प्रियदर्शनी और उसकी मां ने मदद की आवाज लगाई। जिसके चलते आरोपी झाडियों की ओर भाग गया।
पहले महिला, फिर ड्राइवर को बताया
घटना से प्रियर्दशनी और उसकी मां काफी घबरा गए। बिना किलाा देखे वे नीचे आए। वहां दुकान लगाने वाली एक महिला को पूरी घटना बताई। जिसके बाद महिला ने तत्काल डायल 100 पर फोन किया। पुलिस वहां पहुंची, तो प्रियदर्शनी और उसकी मां ने पुलिस को पूरी घटना बताई।
एसपी, कलेक्टर से भी शिकायत
घटना की जानकारी मिलते ही सुनील प्रियदर्शनी के पास पहुंचा। उसने मध्य प्रदेश पर्यटन निगम के रीजनल मैनेजर से घटना की लिखित शिकायत की। ई-मेल के माध्यम से एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा और कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी को भी घटनाक्रम की जानकारी दी।