जबलपुर

अब बादल हत्याकांड की गुत्थी भी बनी पहेली

लगातार दूसरे दिन गांव में एएसपी ने किया कैम्प, कई घरों की तलाशी, सात संदेहियों से पूछताछ

जबलपुरApr 13, 2019 / 12:42 am

santosh singh

घरों की तलाशी

जबलपुर. चरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत बिजौरी-सगड़ा गांव निवासी 10 वर्षीय बादल गिरी गोस्वामी की हत्या के प्रकरण में अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। बादल की लाश प्लास्टिक की बोरी में रखकर किसने गांव के रामजी श्रीपाल के सूने घर में रखी, ये रहस्य बना हुआ है। एएसपी रायसिंह नरवरिया लगातार दूसरे दिन गांव में कैम्प किए हुए हैं। सभी घरों की सर्चिंग दूसरे दिन भी करायी गई। पुलिस बादल के कपड़े और उसके शरीर पर लिपटे तार के अन्य टुकड़ों की तलाश में जुटी है।

पुलिस ने गांव के 34 लोगों को शार्ट-लिस्टेड किया था। अब रामजी श्रीपाल के सूने घर के आसपास के आठ परिवार के लोगों पर पुलिस ने नजर टिका दी है। 150 घर वाले इस गांव के लगभग हर परिवार के किसी न किसी सदस्य से पुलिस पूछताछ कर उनके बयान दर्ज कर चुकी है। पीडि़त परिवार से लेकर बादल के साथ पढऩे वाले बच्चों से भी पुलिस के लोगों ने बात कर उसकी हत्या से जुड़ी कडिय़ों को सुलझाने का प्रयास किया। मगर अब तक पुलिस को ऐसा कुछ भी नहीं मिला, जिससे कातिल की पहचान हो सके।
दम घुटने से मौत
लापता बादल की लाश गुरुवार को मिली तो वह डी-कम्पोज हो चुकी थी। शार्ट-पीएम में दम घुटने की बात सामने आई है। उसके शरीर पर चोट न मिलने की बात कही गई है।
शरीर पर लिपटे तार धंस गए थे
पीएम करने वाले चिकित्सक भी बादल के लाश की दशा देख सहम गए। उसके पूरे शरीर को बिजली के तार से लपेटा गया था। बॉडी जब डी-कम्पोज हुई तो तार उसके शरीर में धंस गए।
ये है घटना
गांव के उत्तम गिरी की दो संतानों में बड़ा बादल (10) सोमवार सुबह घर से गांव के साहबलाल के घर गया था। इसके बाद वह रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया। गुरुवार को उसकी लाश प्लास्टिक बोरी में गांव के रामजी श्रीपाल के सूने मकान की परछी में मिली। तब से पुलिस कातिलों तक पहुंचने की जतन में जुटी है।

इससे पहले ये प्रकरण अनसुलझे
-जीसीएफ अधिकारी जीएस खटुआ हत्याकांड
-बरगी में महिला की हत्या
-पनागर में युवक की हत्या
-संजीवनी नगर में रेलवे ट्रैक पर हत्या कर फेंका गया शव
-खमरिया में युवक की हत्या
-कुंडम में प्रेमिका से मिलने गए युवक की हत्या
वर्जन-
बादल की हत्या मामले में शुक्रवार को भी घरों की सर्चिंग करायी गई। अभी तक कोई भी महत्वपूर्ण क्लू हाथ नहीं लगा है। हिरासत में लिए गए संदेही भी लगातार बयान बदल रहे हैं। जिसकी वजह से मामला उलझा हुआ है।
रायसिंह नरवरिया, एएसपी ग्रामीण

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