-एक फिल्म की पठकथा ने मासूम को बना दिया शातिर कातिल-पुलिस को लगातार देता रहा चकमा-आखिरकार सारे राज खुल ही गए
पुलिस गिरफ्त में किशोर हत्या आरोपी
जबलपुर. ये फिल्में बाल मन को किस तरह से प्रभावित कर रही है उसका जीता जागता उदाहरण है एक 15 साल का किशोर। वो किशोर जिसने फिल्म की पठकथा से प्रभावित हो कर अपने ही दोस्त को न केवल मौत के घाट उतार दिया बल्कि हत्या का आरोप उस पर न आए उसके लिए ऐसी चाल चली कि बड़े-बड़े बदमाश भी पनाह मान लें। लेकिन कहते हैं कि गलत काम कितना भी शातिर ढंग से किया जाए, अपराधी कुछ न कुछ सुराग जरूर छोड़ जाता है। ऐसा ही हुआ और बाल अपराधी आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार एक 15 वर्षीय किशोर ने बेलखेड़ा थाना क्षेत्र के जुगपुरा गांव निवासी 10 वर्षीय राजा की हत्या कर दी। न केवल हत्या की बल्कि उसके शव को नदी में बहा दिया। घटना के बाद उसने ऐसी कहानी रची कि पुलिस की भारी भरकम टीम भी चकमा खा गई। शातिर किशोर ने राजा की हत्या कर शव को नरसिंहपुर जिले में नर्मदा नदी में बहा दिया। फिर खुद के हाथ-पैर रस्सी से बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस कर जुगपुरा घाट के पास पड़ा रहा। वहां से निकलने वाले ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने उसे बंधनमुक्त किया। फिर उससे उसके हाल के बारे में पूछा तो शातिर किशोर ने बताया कि कुछ बदमाश उसे अगवा कर ले जा रहे थे।
इसके पीछे उसकी सोच थी कि ऐसा करने पर ग्रामीणों व पुलिस को संदेह होगा कि राजा को भी इसी तरह से बदमाश उठा ले गए होंगे। पर आरोपी से एक गलती हो गई। उसने घर की रस्सी का प्रयोग हाथ-पैर बांधने में किया था जिसके चलते वह संदेह के घेरे में आ गया। पुलिस उसे 10 मार्च को बेलखेड़ा थाने ले गई। 11 मार्च से राजा की तलाश एनडीआरएफ और होमगार्ड की टीम ने नर्मदा में शुरू की। बता दें कि राजा 5 मार्च की रात गायब हुआ था।
राजा की हत्या मामले में गिरफ्तार 15 वर्षीय पड़ोसी पावला में 10वीं में पढ़ता है। इसी स्कूल में राजा की बड़ी बहन भी 10वीं में पढ़ती है। आरोपी और राजा की बड़ी बहन में दोस्ती हो गई थी। वे मोबाइल पर भी बातचीत करते थे। उनको साथ में बातचीत करते हुए राजा ने भी एक दिन देख लिया। उसके बाद आरोपी को लगा कि ये रास्त का कहीं कांटा न बन जाए। उसके बाद से ही वह राजा को ठिकाने लगाने के बारे में सोचने लगा।
आरोपी 15 वर्षीय किशोर इतना शातिर निकला कि बेलखेड़ा थाने में तैनात पुलिस के 31 जवानों के स्टॉफ, क्राइम ब्रांच की टीम, टीआई, एसडीओपी और एएसपी ग्रामीण तक इस मामले के खुलासे में लगे थे। बावजूद इसके आरोपी पुलिस को घुमाता रहा। पांच मार्च की रात राजा गायब हुआ था। सात को आरोपी खुद के हाथ-पैर रस्सी से बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस कर जुगपुरा घाट के पास पड़ा रहा। वहां से निकले गांव वालों की नजर पड़ी तो बताया कि कुछ बदमाश उसे अगवा कर ले जा रहे थे।
बेलखेड़ा पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी 15 वर्षीय किशोर ने जो बताया वह चकित करने वाला है। किशोर के मुताबिक राजा अक्सर अपने मां-पिता को उनकी दोस्ती के बारे में बताने की धमकी देकर पैसे और गेम खेलने मोबाइल ले लेता था। उसकी ब्लैकमेलिंग से वह तंग आ गया था। उसने मोबाइल पर दक्षिण भारतीय फिल्म में देखा था कि बदमाश हीरो के परिवार को नदी में फेंक दिया था। उसी फिल्म से उसे, राजा को मारकर नदी में फेंकने का आईडिया आया। खैर अब मासूम राजा के हत्या का आरोपी किशोर पुलिस की गिरफ्त में है। उसने सारी बातें कबूल भी कर ली हैं।
जैसा कि बताया जा रहा है कि राजा 5 मार्च की रात 8 बजे के करीब लापता हुआ था, 10वें दिन उसकी लाश 25 किमी दूर मिली। आरोपी ने हत्या का खुलासा किया, बताया कि उसने बांस के डंडे से राजा के सिर पर मारा था। बेहोश होने पर छोटी नाव से नर्मदा के बीच धारा तक ले गया। इसके बाद पानी में फेंक दिया था।
उधर राजा के पिता रामदास उर्फ रामी मल्लाह और मां राधाबाई का रो-रो कर बुरा हाल है। पिछले 10 दिनों से मां राधाबाई बेटे की सलामती की उम्मीद में थी। पर बेटे की लाश मिलने की खबर कानों में पड़ते ही वह दहाड़ मारकर रोने लगी। राजा चार संतानों में तीसरे नंबर का था। 16 व 15 साल की दो बहनें उससे बड़ी हैं। जबकि एक तीन साल का छोटा भाई है।
मृतक राजा के पिता रामदास का कहना है कि पुलिस ने हत्या का खुलासा होने के बाद भी परिवार को कोई जानकारी नहीं दी है। उन्हें पता चला कि उनके बेटे का शव नरसिंहपुर में मिला है। वहीं पीएम होगा, तब वह नरसिंहपुर गया। पर नरसिंहपुर जाने पर पता चला कि उसके बेटे का पीएम अब जबलपुर मेडिकल कॉलेज में होगा।
रामदास ने आरोप लगाया कि पांच मार्च की रात ही उसने टीआई सुजीत श्रीवास्तव को आरोपी पर संदेह जताते हुए बताया था। यहां तक कि बेटी के बताने पर भी पुलिस को खबर दी, लेकिन आरोपी को पुलिस ने पांचवें दिन उठाया। चार दिन नर्मदा में तलाश करने के बाद रविवार को उसकी लाश नरसिंहपुर जिले के ठैमी थाना क्षेत्र अंतर्गत मुराच घाट के पास मिली थी।
रामदास के मुताबिक उसका बेटा गायब हुआ था। उसकी पत्नी से लेकर बच्चे परेशान थे। पर पुलिस उसे तलाश करने की बजाय हमारे परिवार से ही पूछताछ करती रही। पांच दिन तक परिवार के लोगों से ही अलग-अलग बयान लेती रही।
पुलिस आरोपी को आज सोमवार को किशोर न्यायालय बोर्ड में पेश किया। वहीं मेडिकल में राजा के शव का पीएम होगा। इसके बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।