खुदनपुरी निवासी कोमल भारती, नेहा भारती और मुस्कान तीनों हॉकी की पारंगत खिलाड़ी हैं। कोमल हाल ही में उदयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 17 वर्षीय वर्ग में बेस्ट खिलाड़ी घोषित की गई। वहीं, नेहा 14 वर्षीय टीम की कप्तान हैं, जबकि मुस्कान इसी टीम की खिलाड़ी रही हैं।
इनके पिता सोहन लाल जाटव मजदूरी करते हैं, लेकिन इन बेटियों ने परिवार की तंगहाली अपने ऊपर हावी नहीं होने दी। इनकी प्रतिभा को देखते हुए इनके खेल का खर्चा प्रशिक्षक विजेन्द्र सिंह नरुका जनसहयोग से उठाते हैं।
सुबह जल्दी शुरू होती है दिनचर्या
ये बेटियां नेशनल तक खेलकर देश का नाम गौरवान्वित करना चाहती हैं। वे सुबह जल्दी उठकर घर का काम करने के साथ-साथ पढ़ाई करती हैं और खेलने भी जाती हैं। उन्होंने संदेश दिया कि लड़कियों को अपने अंदर हीनभावना नहीं लानी चाहिए, बस लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। वे हॉकी में अपना भविष्य बनाना चाहती हैं।
ये बेटियां नेशनल तक खेलकर देश का नाम गौरवान्वित करना चाहती हैं। वे सुबह जल्दी उठकर घर का काम करने के साथ-साथ पढ़ाई करती हैं और खेलने भी जाती हैं। उन्होंने संदेश दिया कि लड़कियों को अपने अंदर हीनभावना नहीं लानी चाहिए, बस लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। वे हॉकी में अपना भविष्य बनाना चाहती हैं।
दूसरी छात्राओं को भी कर रही प्रेरित
इन तीनों बेटियों की इच्छा है कि उनके साथ गांव की अन्य बेटियां भी पढ़ाई करें और इच्छित क्षेत्र में नाम कमाएं। वे कहती है कि जब उनके गांव की अन्य लड़कियां नहीं पढ़ती हैं तो वे उन्हें जाकर समझाती हैं। उन्हें माता-पिता के साथ ही ताऊजी अमर सिंह जो शिक्षक हैं, उन्हें हमेशा आगे बढऩे के लिए प्रेरित करते हैं।
इन तीनों बेटियों की इच्छा है कि उनके साथ गांव की अन्य बेटियां भी पढ़ाई करें और इच्छित क्षेत्र में नाम कमाएं। वे कहती है कि जब उनके गांव की अन्य लड़कियां नहीं पढ़ती हैं तो वे उन्हें जाकर समझाती हैं। उन्हें माता-पिता के साथ ही ताऊजी अमर सिंह जो शिक्षक हैं, उन्हें हमेशा आगे बढऩे के लिए प्रेरित करते हैं।