जानकारी के मुताबिक बरगी दायीं तट नहर से खम्हरिया मुख्य नहर निकली है। इस नहर से मझगवां क्षेत्र का करीब 11 हेक्टेयर का रकबा सिंचित होता है। कुम्ही खुर्द से करीब दो किलोमीटर आगे मुख्य नगर के गेट नंबर-एक के पास नहर के पानी को पत्थर रखकर रोक दिया गया है, जिसके कारण पानी का लेबिल लगातार कम हो गया है। ऐसे में गेट नम्बर 2, 3 और 4 में पानी नहीं पहुंच रहा। इसके कारण खम्हरिया, प्रतापपुर, सरौली, भीखाखेड़ा, नुंजी, नुंजा, देवरी, पड़रिया सहित एक दर्जन गांव के किसान खेतों में धान की फसल के लिए पानी को तरस हैं।
किसानों ने की शिकायत
किसानों ने नर्मदा विकास संभाग के अधिकारियों से खेतों में पानी नहीं पहुंचने की शिकायत की। किसानों का आरोप था कि मुख्य नहर से छोड़े जाने वाले पानी को बीच में ही पत्थर रख कर रोक दिया जाता है। ऐसे में सब माइनर में पानी ही नहीं आ रहा। खेतों में लगी धान की फसलें सूखने की कगार पर पहुंच गई हैं।
मुख्य नहर से कम छोड़ रहे पानी
किसानों ने यह भी बताया कि खम्हरिया माइनर में मुख्य नहर से कम पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण सब माइनर में पानी नहीं आ रहा। दूसरी तरफ खम्हरिया माइनर में जैसे ही पानी आता है, उसे पत्थर रखकर रोक लिया जाता है। ऐसे में हम लोग क्या करें। विभाग मुख्य नहर में तेजी से पानी छोड़े तो ऐसी स्थिति नहीं बनेगी।
खम्हरिया माइनर में कई जगह पत्थर रखकर पानी रोका जा रहा है, जिसकी शिकायत मिली है। नहरों का निरीक्षण करने के बाद ही पूरी जानकारी मिल सकेगी।
एमके ढिमोले, कार्यपालन यंत्री, नर्मदा विकास संभाग क्रमांक-4