जबलपुरPublished: Nov 10, 2019 07:07:54 pm
shyam bihari
Weather -जबलपुर में तेजी से बदल रहा मौसम
Will there be so much pollution in this city too? Never thought
जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी का बीकानेर में भी असर
जबलपुर। नर्मदा के किनारे हरी-भरी वादियों में बसे जबलपुर शहर की हवा भी इतनी प्रदूषित हो जाएगी, किसी ने सोचा नहीं था। यहां ग्यारस पर आतिशबाजी और देर रात तक वाहनों की धमाचौकड़ी से हवा में प्रदूषण बढ़ गया। शाम के बाद जैसे-जैसे धुआं बढ़ता गया वैसे ही हवा मॉडरेट लेवल को पार कर पुअर केटेगिरी पर पहुंच गई। धुंध, हल्के बादल सहित मौसम के प्रभाव से हवा में घुले जहरीले तत्व अपेक्षाकृत नीचे ही रह गए। इससे हवा में खतरनाक तत्वों की संख्या बढ़ गई। इस बीच कई मौके पर एयर क्वालिटी इंडेक्स और पीएम 2.5 की मात्रा 431 तक दर्ज की गई। हवा के तेजी से प्रदूषित होने के सिलसिले को लेकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं। शहर में सम्भवत: पहली बार हवा का स्तर इतना खतरनाक स्तर पर मिला है। इससे लोग बीमार भी होने लगे हैं। जबकि, निगम के जिम्मेदारों का ध्यान इस गम्भीरता की ओर नहीं जा रहा है।
मापन से आया सामने
शहर में गुरुवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 86 था, जो संतोषजनक स्तर पर था। इस दौरान हवा में पीएम-10 की मात्रा 82.2 थी। पीएम-2.5 भी गुड केटेगिरी पर था। मढ़ाताल में स्थापित हवा की गुणवत्ता मापने के नए स्टेशन में दर्ज रेकॉर्ड के अनुसार शुक्रवार को रात को 11 बजे तक एक्यूआइ मॉडरेट लेवल पर था। लेकिन रात दो बजे के बाद हवा में जहरीले कण मिलना शुरू हो गए। शनिवार की शाम तक एक्यूआइ का स्तर चार चरण को पार कर गया। मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में वैज्ञानिक डॉ. एसके खरे के अनुसार गुरुवार की रात को आतिशबाजी हुई। शहर के बीच में वाहनों की आवाजाही अधिक है। इससे निकलने वाले धुएं के साथ ही हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाला मौसम बड़ा कारक है। इनके कारण शहर के बीच हवा की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। जानकारों को कहना है कि जबलपुर जैसे शहर में इस कदर प्रदूषण बढऩा चिंता का विषय है। यदि शहर की सीवर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। हरियाली और नहीं बढ़ाई गई, तो आने वाले समय में खतरा और बढ़ेगा।
ऐसे हवा होते ही गई जहरीली:
तिथि : समय : एक्यूआइ
7 नवंबर : 24 घंटे का औसत : 86
8 नवंबर : सुबह 5 बजे : 134
8 नवंबर : शाम 7 बजे : 127
8 नवंबर : रात 11 बजे : 157
9 नवंबर : रात 3 बजे : 206
9 नवंबर : दोपहर 1 बजे : 289
9 नवंबर : शाम 6 बजे : 305
(एमपीपीसीबी की जानकारी के अनुसार)