मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ बनने के प्रभाव से दक्षिण पूर्व मप्र के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है। इस कारण हवा की दिशा बदलकर उत्तर पूर्वी से दक्षिण पूर्वी हो गई। दोपहर तक तेज धूप की असर होने की आहट थी लेकिन बाद में बादल दिखने लगे। दोपहर ३ बजे तक आसमान पर बादलों का डेरा बन गया। पूर्वी मप्र के जबलपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में कहीं कहीं बारिश या बौछारे पडऩे का पूर्वानुमान है। इस दौरान हवा की रफ्तार तेज होने के कारण अंधड़ का मौसम बन सकता है।शहर में बुधवार को अधिकतम तापमान का स्तर सामान्य हो गया। अधिकतम तापमान ३४.९ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि एक दिन पहले का तापमान सामान्य से दो डिग्री कम १६.४ डिग्र सेल्सियस रहा। सुबह की आद्र्रता ४६ एवं शाम की आद्र्रता ४३ प्रतिशत रही। मौसम शुष्क होने के बाद फिर बादल छा गए है। गुरुवार को वातावरण में आद्र्रता का स्तर बढ़ जाएगा। बारिश होती है तो तापमान में आंशिक गिरावट के साथ मौसम में परिवर्तन होगा।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक देवेंंद्र तिवारी ने बताया, एक मार्च से ३१ मई तक प्री मानसून सीजन होता है। मौसम में प्री मानूसन का असर शुरू हो गया है। कभी कभी बारिश-बौछार का मौसम होगा। इस बार के सिस्टम से कहीं कहीं बारिश होगी। आसमान साफ होते ही गर्मी अपना असर दिखाएगी।