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मौसम : मार्च में 40 डिग्री को छू लेता था पारा इस बार 32 डिग्री को भी नहीं कर सका पार

locationजबलपुरPublished: Mar 15, 2020 02:02:58 am

Submitted by:

shivmangal singh

आधा मार्च बीतने के बावजूद गर्मी के तेवर ढीले : देरी से असर दिखाने के बन रहे आसार

weather today Update

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जबलपुर. पहाड़ी इलाकों में रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी से शहर का मौसम चक्र गड़बड़ा गया है। बीते पांच सालों में फरवरी के साथ ही गर्मी दस्तक दे रही थी। वर्ष 2015 से अभी तक की स्थिति में फरवरी में ही तापमान 34 डिग्री को पार रहा था। मार्च में तेज उछाल के साथ ही पारा 40 डिग्री के करीब पहुंच जाता था। लेकिन इस वर्ष फरवरी और मार्च में अभी तक अधिकतम 32 डिग्री तक ही पहुंचा है। यह भी 29 फरवरी (32.3 डिग्री) को रेकॉर्ड हुआ। मार्च में अभी तक 3 और 12 मार्च को अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री तक पहुंचा है। उसके बाद बादल, बारिश और सर्द हवा से तापमान फिर सामान्य से नीचे चला गया है। सर्द हवा के बार-बार शहर का रुख करने से पारा उछाल नहीं मार पा रहा है। लेकिन इस वर्ष मार्च की शुरुआत के बाद भी अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है। शीतल हवा का झौंका और बादल के आड़े आने से सूरज अपना तेज नहीं दिखा पा रहा है। ऐसे में इस वर्ष बारिश के बाद अब गर्मी का आगमन भी अपने शेड्यूल से पिछडऩे के आसार बन रहे हैं।
बादल और बारिश से बिगड़ रहा मिजाज
इस बार बादल और बारिश से मौसम का मिजाज अभी तक बिगड़ा हुआ है। प्रत्येक सप्ताह से पखवाड़े के अंतराल में आसमान में बादल छा रहे हैं। आसमान साफ होने के बाद सूरज जैसे ही अपने तेवर दिखाना शुरू करता है हल्के बादल धूप का असर कमजोर कर देते हैं। बारिश होने पर गर्मी गायब हो जाती है। मौसम विज्ञान केन्द्र में वैज्ञानिक सहायक देवेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार अमूमन मार्च में गर्मी बढऩे लगती है। लेकिन इस बार अभी तक पश्चिमी विक्षोभ का असर आ रहा है। इसके बार-बार प्रभाव के कारण मौसम में परिवर्तन हो रहा है।
दोपहर में धूप खिलते ही बढ़ी उमस
जबलपुर. पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर विदर्भ एवं पूर्वी मध्यप्रदेश से होकर गुजरी द्रोणिका के असर से शहर में हुई बारिश के बाद शनिवार को मौसम पूरी तरह बदल गया। आसमान में काले बादल छाने के साथ ही शुक्रवार की रात और शनिवार की भोर के बीच छिटपुट बारिश हुई। देर रात में करीब 0.4 मिमी वर्षा रेकॉर्ड हुई। बारिश के बाद शनिवार सुबह तक काले बादलों का आसमान में कब्जा बना रहा। लेकिन दोपहर में आकाश साफ होने पर धूप बढ़ी। उमस के साथ ही गर्मी का अहसास हुआ। लेकिन उत्तरी हवा चलने से अधिकतम तापमान तकरीबन स्थिर बना रहा। शाम होते ही शीतल हवा चली। खुले क्षेत्र में हल्की सर्दी महसूस हुई।
अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड हुआ। यह सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान में शुक्रवार(20.4) के अपेक्षाकृत लुढ़क-कर शनिवार को 18.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह सामान्य से एक डिग्री ज्यादा बना हुआ है। आद्र्रता शनिवार को सुबह 84 प्रतिशत और शाम को 33 प्रतिशत थीं।
जानकारी के अनुसार उत्तर पश्चिम हवा 3 किमी प्रतिघंटा की गति से चलीं। प्रदेश में शनिवार को दिन का सर्वाधिक तापमान 32 डिग्री सेल्सियस खरगौन, सीधी एवं नरसिंहपुर में रहा। शुक्रवार रात्रि का सबसे कम न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रायसेन में रहा। मौसम विज्ञान केन्द्र में वैज्ञानिक देवेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार रविवार को मौसम मुख्यत: शुष्क रहने की सम्भावना है। न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है। अभी तीन-चार दिन आसमान साफ रहने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय हो रह है। इसका 18 मार्च तक शहर में असर आने की सम्भावना है। इसके प्रभाव से एक-दो दिन बादल मंडरा सकते है। कहीं-कहीं छिटपुट बारिश होने की सम्भावना है।

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