मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो कि सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो कि सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। गर्मी के कारण लोग दिन में पसीने से बेहाल भी होने लगे हैं। गर्मी से राहत के लिए पंखे भी चालू हो गए है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार में अधिकतम के साथ ही न्यूनतम तापमान भी ज्यादा रहा। सुबह के समय आद्र्रता 56 प्रतिशत व शाम के समय आद्र्रता 39 प्रतिशत दर्ज की गई। गत वर्ष 21 फरवरी को अधिकतम तापमान 30.8 व 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। गुरुवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस मंडला में दर्ज किया गया।
मामूली गिरावट हो सकती है तापमान में
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो से तीन दिन के अंतराल में तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है पर ठंड उतनी प्रभावी नहीं रहेगी। जम्मू कश्मीर में अभी पश्चिम विक्षोभ का प्रभाव हुआ है। इस कारण बादल छा रहे हैं। दो से तीन दिन के अंतराल में बादलों का प्रभाव कम होते ही न्यूनतम तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
प्रदेश में ओलों से फसले बर्बाद
प्रदेश के कई हिस्सों में बीती रात बारिश के साथ ओले गिरे। इससे रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में छाए चक्रवात और प्रदेश से गुजर रही द्रोणिका के प्रभाव से अगले 24 घंटे में सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल और भोपाल संभाग के जिलों में बारिश हो सकती है। इधर, बुधवार रात गिरे ओलों से विदिशा के 40 और सीहोर के 100 से ज्यादा गांवों में फसल प्रभावित हुई हैं। रायसेन जिले में 900 एकड़ में लगी फसल को नुकसान पहुंचा है। गुरुवार को भोपाल सहित शहडोल, होशंगाबाद, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में न्यूनतम तापमान में काफी उछाल आया। भोपाल और राजगढ़ जिले में न्यूनतम पारा 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।