मानसून फिर से सक्रिय होने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून फिर से सक्रिय होने की संभावना है। यानी 48 घंटे के बाद एक बार फिर नर्मदांचल में बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। पश्चिमी राजस्थान पर एक रूपरेखा के साथ एक चक्र तैयार हुआ। राजस्थान से भी एक ट्रफ रेखा निर्मित होने के कारण पश्चिमी विक्षोभ के बादल संभाग की तरफ बढ़ रहे हैं। उड़ीसा में भी एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से उत्तर-पूर्वी इलाकों में बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों तरफ से नमी के कारण हल्की और मध्यम बारिश के आसार बनेंगे। रविवार को नर्मदापुरम जिले में दोपहर बाद शाम को बादल छाए रहे। बता दें बीते तीन दिनों से बारिश नहीं होने से आषाढ़ में ज्येष्ठ जैसी स्थिति बनी है, जबकि जिले में किसान खरीफ फसल की बोवनी में जुटे हैं।
छिंदवाड़ा में रविवार की शाम बादल फटने जैसी बारिश हुई। तेज हवाओं के साथ शहर में एक घंटे से ज्यादा वक्त तक जमकर पानी बरसा। बारिश इतनी तेज थी कि मानो बादल फट गया हो, तेज बारिश के कारण नदी नाले तो उफान पर आए ही साथ ही शहर के कई इलाकों में घरों में और सड़कों पर भी पानी भर गया। मौसम विभाग की मानें तो छिंदवाड़ा में एक घंटे में ही 4 इंच तक बारिश हुई है।
इन जिलों में बारिश की संभावना के चलते यलो अलर्ट
बता दें कि 26 जून को मौसम विभाग की ओर से आगामी चौबीस घंटों के लिए जो पूर्वानुमान जारी किया गया है उसमें जबलपुर, शहडोल, भोपाल, इंदौर और नर्मदापुरम संभागों के जिलों में वर्षा या गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान जताया गया है। इसके अलावा रीवा, सागर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं कहीं बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही जबलपुर, शहडोल, इंदौर, नर्मदापुर और उज्जैन संभाग के जिलों में गरज के साथ बिजली चमकने व गिरने की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।