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WCR : रेलवे का कमाल, इस प्रयोग से एक साल में बचाई साढ़े आठ करोड़ रुपए की बिजली

locationजबलपुरPublished: Jul 04, 2021 08:02:22 pm

Submitted by:

reetesh pyasi

अब सभी स्टेशन, ऑफिस एलईडी लाइट से जगमग
 

जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल ने एलईडी लाइट और सौर ऊर्जा का उपयोग करके एक साल में बिजली पर खर्च होने वाली राशि में लगभग साढ़े आठ करोड़ रुपए की बचत की है। ऊर्जा संरक्षण में बड़ी कामयाबी दर्ज की है। महाप्रबंधक शैलेन्द्र कुमार सिंह के सुझाव पर कई अतिरिक्त कारगार उपाय भी किए गए। इन प्रयासों से वर्ष 2020-21 में पमरे लगभग एक करोड़ यूनिट बिजली बचाने में सफल रहा है।

जबलपुर जंक्शन ऊर्जा न्यूट्रल स्टेशन बना
रेलवे ने ऊर्जा संरक्षण के लिए ऊर्जा न्यूट्रल स्टेशनों की स्थापना की है। शहर के मुख्य स्टेशन पर एक मेगा किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित करके 100 प्रतिशत ऊर्जा की सप्लाई रेन्युएबल सौर ऊर्जा से की जा रही है। इसके अतिरिक्त 60 ऐसे स्टेशनों को विकसित किया गया है जहां एलईडी लाइट लगाकर एयरपोर्ट स्तर की लाइटिंग की जा रही है। इन्हें एयरपोर्ट के तर्ज पर इल्लुमिनेशन लक्स लेवल दिया जा रहा है।

टे्रन आने पर रोशन हो रहा प्लेटफॉर्म
पमरे के 31 प्रमुख स्टेशनों पर लाइट सिस्टम को सिग्रल प्रणाली से जोड़ा गया है। इसमें ऑटोमेटिक लाइट ऑन-ऑफ सिस्टम लगाया है। जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंचती है तभी वहां की पूरी लाइट जल उठती हैं। ट्रेन गुजरने के साथ ही 70 प्रतिशत लाइट बंद हो जाती हैं। पमरे के कुछ घाट सेक्शन और स्टेशन में सोलर प्लांट और विंड हाइब्रिड सिस्टम भी उपयोग में लाया जा रहा है।
बिजली खपत करने के लिए किए कार्य
285 स्टेशनों पर शत प्रतिशत एलईडी लाइट लगाईं।
60 स्टेशन में एयरपोर्ट की तर्ज पर लाइटिंग की गई।
06 मेगावाट रूफ टॉफ सोलर पावर प्लांट स्थापित।
31 स्टेशन में ऑटोमेटिक ऑन-ऑफ लाइट सिस्टम।
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