एसपी ने छेड़छाड़ और बलात्कार के दर्ज प्रकरणों की नए सिरे से विवेचना के निर्देश दिए हैं। खासकर इस वर्ष दर्ज पुराने प्रकरणों में विवेचना होगी। इससे यह जानकारी प्राप्त की जा सके कि किसी वारदात में मौजूदा समय में तो नहीं धमकी आदि दी जा रही है। अक्सर देखा गया है कि छेड़छाड़ या बलात्कार के दर्ज प्रकरणों में आरोपियों की ओर से समझौता कराने का दबाव बनाया जाता है। पीडि़त महिला, छात्र, युवती या किशोरी को भी धमकाया जाता है। बार-बार छेड़छाड़ व धमकी से परेशान होकर कई मामलों में आत्महत्या किए जाने का प्रकरण भी सामने आ चुका है। अब पुलिस सभी दर्ज मामलों में पीडि़त महिला और उसके परिजन से सम्पर्क साध कर मौजूदा स्थिति की जानकारी लेगी। किसी प्रकरण में एक आरोपी ने एक से अधिक बार छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम दिया तो उसके खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई होगी। इसके लिए जिला दंडाधिकारी के पास प्रकरण पेश किया जाएगा।
कोड रेड को फिर सक्रिय करने की कवायद
शहर में कोड रेड की चार टीमों का गठन पहले से किया गया है। कोड रेड प्रभारी अरुणा वाहने ने बताया कि पूरे शहर को चार क्षेत्रों में बांटकर एक-एक टीम की जवाबदारी सौंपी गई है। इसमें कोड रेड को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, हॉस्टल, कार्यस्थल, बाजार आदि में जाकर उन्हें जागरुक करना भी शामिल है।
इन नम्बरों पर करें शिकायत
पुलिस कंट्रोल रूम 100, 0761-2676100
कोड रेड हेल्पलाइन नम्बर 1515, 1517
कोड रेड टीम एक 7049112341
कोड रेड टीम दो 7049112346
कोड रेड टीम तीन 7049112343
कोड रेड टीम चार 7049112344