महिलाएं घर से बाहर निकलें, तभी वे आत्मनिर्भर हो सकेंगी
जबलपुरPublished: Mar 07, 2019 09:10:26 pm
पमरे एएलपी का दो टूक कहना- सशख्त होंगी नारी
पमरे एएलपी का दो टूक कहना- सशख्त होंगी नारी
जबलपुर। अब वह समय आ गया है, जिसमें महिलाओं को पढऩे-लिखने के बाद घर से बाहर निकलना जरूरी हो गया। तभी महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकेंगी। यह कहना है पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल में पदस्थ एएलपी नेहा अंजुम का। नेहा कहती हैं कि हम एेसे समाज से हैं, जहां लड़कियों को सीमित पढ़ाया जाता है और उसका विवाह कर दिया जाता था लेकिन मेरे मां-पिता ने मुझे आगे बढ़ाया और आज मैं इस मुकाम तक पहुंची हूं। मेरे साथ मेरी बहनें भी साक्षर हैं और दो बैंक में नौकरी कर रही हैं। छोटी बहन अभी पढ़ रही है और वह भी जॉब की तैयारी में हैं।
मेरा जॉब अन्य नौकरी से कुछ हटकर है। इसमें हमें रोज नए चैलेंज मिलते हैं, इसलिए हम ड्यूटी साइन करते ही तैयार रहते हैं। यह जरूर हुआ है मेरी सेवा में एक एक्सीडेन्ट हुआ था, जिसमें में मुझे कुछ निराशा आई थी लेकिन मैंने जल्द रिकवर कर तीन माह पहले फिर जॉब में आ गई हूं।
मैं महिलाओं से कहना चाहती हूं कि कोई जॉब छोटा-बड़ा नहीं होता है। महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े होना चाहिए, तभी समाज सहित घर में उनकी खातिरदारी होती है। वे आने वाली पीढि़ को भी सही मार्गदर्शन दे सकेंगी।