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#women’s equality day : ट्रेनें भी दौड़ा रहीं महिलाएं, पूरा स्टाफ चला रहा रेलवे स्टेशन

locationजबलपुरPublished: Aug 26, 2021 07:37:04 pm

Submitted by:

reetesh pyasi

समानता के अधिकार के साथ हर क्षेत्र में महिलाओं का दबदबा
 

Pink Railway Station Madan Mahal

Pink Railway Station Madan Mahal

जबलपुर। महिला और पुरुष वर्तमान समय में समान अधिकारों के साथ जी रहे हैं। जिन क्षेत्रों में पहले जहां सिर्फ पुरुषों की पहुंच हुआ करती थी, वहां अब महिलाएं अपने हुनर और योग्यता से पहचान बना रही हैं। जिस तरह से तेजी से समय बदल रहा है उसी तरह से लोगों की सोच में भी परिवर्तन आ रहा है, इसलिए अब महिला सशक्तिकरण नहीं महिलाओं के सामान अधिकारों पर बात होती है। महिला समानता दिवस के मौके पर आइए जानते हैं शहर में महिलाएं किस तरह से पुरुषों के समकक्ष काम कर रहे सशक्तिकरण की मिसाल बन रही हैं।
महिलाओं को समर्पित रेलवे स्टेशन
मदन महल स्टेशन को पिंक स्टेशन घोषित किया गया है, क्योंकि यहां का पूरा काम सिर्फ महिलाओं के जिम्मे है। टे्रन चलाने से लेकर, इलेक्ट्रिशियन तक महिला ही हैं। टै्रक मैन की पोस्ट पर ही ट्रैक विमन है। टिकट काउंटर से लेकर हर स्टाफ तक महिला भर्ती से जुड़ा है। स्टेशन प्रबंधक आरती यादव द्वारा समूचे स्टेशन की भागदौड़ संभाली गई है।
पहली बार इटारसी रूट की ट्रेन चलाई
साल 2016 से रेलवे से जुड़ी हैं। लोको पायलट के तौर पर हुई भर्ती में भले ही ट्रेन चलाने की ट्रेनिंग मिली, लेकिन अब पहली बार स्वतंत्र रूप से ट्रेन चलाने का मौका मिला, तो थोड़ी नर्वस थीं। यह कहना है कि लोको पायलट नेहा अंजुम का। उन्होंने बताया कि पहली बार इटारसी रूट पर ट्रेन चलाई थी। इटारसी पहुंचने के बाद जीवन की सबसे बड़ी खुशी मिली थी, उन्होंने ट्रेन को गंतव्य तक पहुंचाया।
ताकि महिलाएं चला सकें वाणिज्यिक वाहन
आरटीओ द्वारा महिलाओं और पुरुषों के सामान अधिकार को देखते हुए 40 महिलाओं को वाणिज्यिक वाहन चलाने की ट्रेनिंग प्रदान की गई। आरटीओ संतोष पाल ने बताया कि महिलाओं को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों तरह का प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। महिलाओं द्वारा अब विभिन्न वाणिज्यिक वाहन चलाए जा रहे हैं।
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