बच्चों को बताएं अपनी संस्कृति
टॉक शो में रैनबो लेडीज क्लब की सदस्यों ने सहभागिता की। मोहिनी साहू ने महिलाओं की भूमिका और उनकी जिम्मेदारियों पर विस्तार से बात रखी। उन्होंने कहा ये हर एक मां, बहन का फर्ज है कि वह अपनी संतानों को अपने संस्कारों, धर्म और सेवा के कार्यों को बचपन से ही सिखाएं।
अखबार की प्रमुख भूमिका
मऊप्रिया, विभा, रश्मि तिवारी ने युवाओं में भारतीय तीज त्यौहारों के प्रति बढ़ती उत्सुकता, उत्साह पर कहा कि इसमें पत्रिका जैसे अखबारों व सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका है। जिससे वे रोज कुछ न कुछ सीख रहे हैं। स्नेह चतुर्वेदी, नीता रजक, सुमिता मिश्रा, अरुणा सुरेश, स्वेता गोंटिया ने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी भारतीय संस्कृति, संस्कारों की जानकारी अपने बच्चों को जरूर देनी चाहिए। समृद्ध इतिहास से बच्चों को रूबरू कराएं, ताकि वे अपने पूर्वजों पर गर्व कर सकें।
ऋतु आधारित है भारतीय नया साल
संगीता सराफ ने कहा भारतीय नवबर्ष और अंग्रेजी कैलेंडर के नए साल में कोई समानता नहीं हो सकती है। भारतीय नवबर्ष प्रकृति प्रधानता पर आधारित है। जिसे उत्साह के साथ मनाया जाता है।
इन्होंने भी रखी अपनी बात
इनके अलावा अंजना खंडेलवाल, राखी गुप्ता, रिचा राठौर, मंजू तिवारी, सीमा पाटीदार, रजनी तिवारी, गीता राठौर, गीता पांडे, सुनीता मिश्रा, योजना दुबे, उमंग खरे, दीपाली शाह, अर्चना, सरोज, नीति नेमा, स्नेहलता चौबे, नंदिनी गोस्वामी, सुधा शर्मा, राखी अग्रवाल, मनीषा अग्रवाल समेत अन्य महिला सदस्यों ने अपनी बात रखीं।