4 से 5 लाख रुपए हर माह खर्च
रादुविवि में प्रशासनिक कामकाज के संचालन और बिजली बिल सहित अन्य कार्यों पर हर माह चार से पांच लाख रुपए खर्च होते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वर्क फ्रॉम होम से संस्थान 25-30 फीसदी खर्च हर माह बचा सकते हैं।
रादुविवि में प्रशासनिक कामकाज के संचालन और बिजली बिल सहित अन्य कार्यों पर हर माह चार से पांच लाख रुपए खर्च होते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वर्क फ्रॉम होम से संस्थान 25-30 फीसदी खर्च हर माह बचा सकते हैं।
जोड़ सकते हैं वर्क फ्रॉम होम से
विवि में 550 कर्मचारी हैं। इनमें से करीब 250 कर्मी क्लेरिकल काम से जुड़े हैं। विवि के 60-70 कर्मचारी तकनीकी रूप से जुड़े हैं। इन्हें आवश्यक प्रशिक्षण देकर वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से काम कराया जा सकता है। इससे परिसर की खाली जगह का बेहतर ढंग से उपयोग किया जा सकता है। विश्वविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन का बिजली बिल 1.25 लाख से 1.5 लाख रुपए मासिक है। बिजली की सबसे अधिक खपत 20-25 एसी, 150-200 ट्यूबलाइट और कम्प्यूटर में होती है। वर्क फ्रॉम होम से बिजली बिल का एक तिहाई खर्च कम किया जा सकता है।
विवि में 550 कर्मचारी हैं। इनमें से करीब 250 कर्मी क्लेरिकल काम से जुड़े हैं। विवि के 60-70 कर्मचारी तकनीकी रूप से जुड़े हैं। इन्हें आवश्यक प्रशिक्षण देकर वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से काम कराया जा सकता है। इससे परिसर की खाली जगह का बेहतर ढंग से उपयोग किया जा सकता है। विश्वविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन का बिजली बिल 1.25 लाख से 1.5 लाख रुपए मासिक है। बिजली की सबसे अधिक खपत 20-25 एसी, 150-200 ट्यूबलाइट और कम्प्यूटर में होती है। वर्क फ्रॉम होम से बिजली बिल का एक तिहाई खर्च कम किया जा सकता है।
स्टेशनरी का खर्च भी बचेगा
विवि प्रशासन स्टेशनरी की खरीदी पर हर साल 2.5 लाख खर्च करता है। जानकारों के अनुसार यदि 25 फीसदी कर्मचारी घर से काम करते हैं तो स्टेशनरी पर खर्च होने वाली राशि को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इससे कर्मचारियों को विश्वविद्यालय आने-जाने में लगने वाला फ्यूल खर्च भी बचेगा।
विवि प्रशासन स्टेशनरी की खरीदी पर हर साल 2.5 लाख खर्च करता है। जानकारों के अनुसार यदि 25 फीसदी कर्मचारी घर से काम करते हैं तो स्टेशनरी पर खर्च होने वाली राशि को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इससे कर्मचारियों को विश्वविद्यालय आने-जाने में लगने वाला फ्यूल खर्च भी बचेगा।