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World Book Day : संस्कारधानी के लोगों का सोशल मीडिया के दौर में भी किताबों से है गहरा नाता

locationजबलपुरPublished: Mar 05, 2020 06:13:37 pm

Submitted by:

praveen chaturvedi

शहर के महात्मा गांधी पुस्तकालय में 24 हजार और केंद्रीय ग्रंथालय में 12 हजार से अधिक किताबें हैं। हाईकोर्ट स्थित लाइब्रेरी में विधि के नए संशोधनों से सम्बंधित किताबें उपलब्ध हैं।

World Book Day : number of young writers and poets is increasing in Jabalpur

library in Jabalpur

जबलपुर। संस्कारधानी के लोगों का किताबों से गहरा नाता है। लिखना हो या पढकऱ ज्ञान अर्जित करना हो, दोनों तरह के लोग यहां हैं। यही कारण है कि शहर में युवा युवा लेखकों और कवियों की संख्या बढ़ रही है। शासकीय पुस्तकालयों के बावजूद निजी पुस्तकालयों के सदस्यों की फेहरिश्त काफी लम्बी है। सोशल मीडिया के दौर में भी शहर के लोगों में किताबों के प्रति विशेष लगाव है। शहर के महात्मा गांधी पुस्तकालय में 24 हजार और केंद्रीय ग्रंथालय में 12 हजार से अधिक किताबें हैं। हाईकोर्ट स्थित लाइब्रेरी में विधि के नए संशोधनों से सम्बंधित किताबें उपलब्ध हैं।

24 घंटे रीडिंग की सुविधा
नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के पुस्तकालय में 24 घंटे पढऩे की सुविधा है। वर्ष 1957 में शुरू हुए पुस्तकालय में 75 हजार से अधिक किताबे हैं। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में विभिन्न विभागों की एक लाख से अधिक पुस्तकें हैं। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्याल, जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, नानाजी देशमुख वेटरनरी विश्वविद्यालय सहित प्रमुख शिक्षण संस्थाओं में किताबों की दुनिया समृद्ध है।

घरों में भी पुस्तकालय
किताबों के शौकीन लोगों ने घरों में भी पुस्तकालय बना लिया है। लाइब्रेरी के साथ रीडिंग रूम भी है। ऐसे लोगों ने ड्राइंग रूम में किताबों को बेहद सलीके से सजाकर रखते हैं। जब मर्जी तब उनके पसंद की किताब घर में ही उपलब्ध होती है।

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