
Suicide Prevention Day
World Suicide Prevention Day 2024: कॉलेज का एक छात्र गुमसुम रहता था। घर में किसी से बातचीत नहीं करता था। कोई कुछ देता, तो वह खा लेता, वरना भूखा रहता। माता-पिता को चिंता हुई, तो उसे मनोचिकित्सक डॉक्टर के पास ले जाया गया।
डॉक्टर्स ने बातचीत की, तो पता चला कि ब्रेकअप के कारण वह सीवियर साइकेट्रिक डिसीज का शिकार हो गया है और वह आत्महत्या का प्लान कर रहा है। हालांकि उसकी काउंसलिंग की गई, तो वह इस अवसाद से बाहर आ गया। ऐसे कई मामले शहर के अस्पतालों और डॉक्टर्स के पास पहुंच रहे है।
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मानसिक रोग विभाग के एचओडी डॉ. ओम प्रकाश रायचंदानी ने बताया कि आत्महत्या का ख्याल मन में आना यह कोई परिस्थतिजन्य कारण नहीं है, यह एक प्रकार का मानसिक रोग है, जो धीरे-धीरे पनपता है। यह सीवियर साइकेट्रिक डिसीज की श्रेणी में आता है।
कई बार यह बीमारी माइल्ड होती है, तो सपोर्ट सिस्टम के जरिए उसे ठीक किया जा सकता है, लेकिन गंभीर होने पर मनौवैज्ञानिक या मनोचिकित्सक के पास आवश्यक रूप से जाना चाहिए और इलाज लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि आत्महत्या के 50 प्रतिशत मामले इसी बीमारी के कारण होते है। कई बार एडजस्टमेन्ट डिस्आर्डर भी होता है, जिस कारण व्यक्ति आत्महत्या करने का प्लान करता है।
काउंसल डॉ. शोभना खरे ने बताया कि पहले बड़े परिवार हुआ करते थे। ऐसे में सभी एक दूसरे पर ध्यान देते थे। अब छोटे परिवार में सभी व्यस्त हैं। ऐसे में अकेलापन जानलेवा साबित हो रहा है।
मनोवैज्ञानिक डॉ. सुमित पासी ने बताया कि युवाओ में महत्वकांक्षाएं तेजी से बढ़ती है। कम समय में अधिक हासिल करने की इच्छा महत्वकांक्षाओं को जन्म देती हैं। इनके पूरा न हो पाने के कारण वे मानसिक अवसाद में आत्महत्या की राह पकड़ लेते हैं।
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Updated on:
10 Sept 2024 12:29 pm
Published on:
10 Sept 2024 12:25 pm
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