मदार पत्ते तोडऩे के बाद उन्हें साफ कर लें। इसके बाद पत्तों पर कुमकुम और घी को मिलाकर तैयार चंदन से राम-राम लिखना चाहिए। घी की जगह चमेली का तेल भी ले सकते हैं। इसके अलावा आप हनुमंत लला को चमेली और सिंदूर से तैयार लेप लगाकर भी आप बल, बुद्धि के दाता की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
मुराद कर देते हैं पूरी
हनुमानजी भगवान राम के परम भक्त थे, इसलिए जो व्यक्ति उनके आराध्य का सच्चे मन से स्मरण करते हैं, उनके सारे काम हनुमानजी बना देते हैं। बल, बुद्धि और विद्या देने वाले और सकल दु:खों का अंत करने वाले हनुमानजी इस पूजा से प्रशन्न होकर भक्त की हर मुराद को पूरा करते हैं।
दर्शन मात्र से दूर हो जाते हैं क्लेश
वैसे तो अंजनी पुत्र के दर्शन मात्र से ही सारे क्लेश और दु:ख दूर होने लगते हैं। हनुमान भक्त हर प्रकार की बाधा से दूर रहते हैं। वह जो भी कार्य करते हैं वह पूर्ण होता है। किसी काम को लेकर होने वाला भय हनुमान भक्तों को कभी नहीं सताता है। वह जो भी करते हैं पूर्ण सफलता मिलती है।
संवर जाता है जीवन
पंडित विपिन शास्त्री कहते हैं कि हनुमानजी की प्रतिदिन पूजा करने वाले भक्तों के सारे काम बनने लगते हैं और जीवन संवरने लगता है। वहीं शनिदेव भी हनुमान भक्तों को कष्ट नहीं देते। हनुमान जी के भगवान राम आराध्य हैं, इसलिए जो भगवान राम का हनुमानजी के समक्ष गुणगान करता है, उसके सकल काम को पूरा करते हैं।
सरल है पूजन विधि
हनुमानजी की पूजनी विधि सरल है। बस स्नान करके सच्चे मन से राम भक्त हनुमान के दरबार में माथा टेकना होता है। इतने से ही हनुमानजी प्रशन्न होकर भक्त की मुराद को पूरा कर देते हैं।