जबलपुर

13 घंटे नर्मदा की धार में जिंदगी और मौत के बीच फंसा रहा, सुबह हुआ चमत्कार

13 घंटे नर्मदा की धार में जिंदगी और मौत के बीच फंसा रहा, सुबह हुआ चमत्कार
 

जबलपुरApr 05, 2024 / 12:22 pm

Lalit kostha

भेड़ाघाट

जबलपुर. कहते हैं किस्मत मेहरबान हो तो विषम परिस्थितियां भी आपके अनुकूल हो जाती हैं। कुछ ऐसा ही वाक्या जबलपुर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र के साथ हुआ। रात में भेड़ाघाट पर धुआंधार का नाइट व्यू देखने की हसरत लेकर पहुंचा युवक पैर फिसलने के बाद नर्मदा की तेज धार में जा फंसा। रात 9 से सुबह 10 बजे तक 13 घंटे वह चट्टान पर बैठकर बचाव का इंतजार करता रहा।

 

बताया गया है कि रामपुर छापर निवासी अरुण यादव (20) इंजीनियरिंग का छात्र है। बुधवार की रात वह स्कूटर से भेड़ाघाट गया था। पार्किंग में स्कूटर खड़ी कर वह धुंआधार गया और पैर फिसलने के बाद 25 फीट नीचे सीधे नर्मदा में जा गिरा था। रातभर घर ये लापता अरुण के परिजनों ने पुलिस की मदद ली। सुबह धुआंधार में लावारिस स्कूटर देखकर तलाशी के दौरान वह चट्टान पर बैठा मिला। नर्मदा के तेज बहाव के कारण उसे रस्से के जरिए वहां से सुरक्षित निकाला गया।

 

हिम्मत के सहारे लहरों में डटा रहा

युवक ने बताया कि उसे तैरना आता था इसलिए हिम्मत नहीं खोई और हाथ पैर चलाते हुए नर्मदा के बहाव के सहारे धुआंधार से एक किलोमीटर दूर बंदरकूदनी तक पहुंच गया। बीच धार में ही मिली चट्टान में फंस गया तो मशक्कत कर उसी पर चढ़ गया। पूरी रात उसी चट्टान पर काटी। इस बीच मदद के लिए आवाज लगाई लेकिन कोई रातभर कोई मदद नहीं मिल सकी।

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