भांजी से कर रहा था दुलार
जाको राखे साइयां मार सके ना कोय… यह कहावत चरितार्थ हुई है आज कुठला थाना क्षेत्र अंतर्गत घंघरी खुर्द गांव में। जहां पर अनिल चौधरी अपनी भांजी मानसी को छत पर खिला रहा था। छत की बाउंड्री पर बैठा था। अचानक वह नियंत्रण खो बैठा और एकाएक छत के नीचे गिर गया। गनीमत तो यह रही कि वह भांजी को अपने कलेजे से चिपकाए रहा। इस हादसे में युवक को गंभीर चोट आई है। हालांकि बच्ची को एक भी चोट नहीं आई वह सुरक्षित है। सूचना पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए मामले को जांच में लिया है।
मेहमानी पर आया है मामा
जानकारों ने बताया कि मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में अनिल अपनी बहन के घर आया हुआ है। सुबह वह मानसी को लेकर धूप में छत पर चला गया। वह उसे दुलार करते हुए छत की रेलिंग पर बैठ गया। अचानक नियंत्रण बिगडऩे से यह हासदा हो गया। हादसे की खबर से घर पर भीड़ लग गई। लोगों ने तुरंत अनिल को अस्पताल पहुंचाया। प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना है कि अनिल यदि बच्ची को कलेजे से नहीं चिपकाता या वह उसके हाथ से छूट जाती तो हादसे का रूप गंभीर होता। बताया गया है कि अनिल पीठ के बल पर गिरा और भांजी उसके सीने से लिपटी रही। यदि वह पेट के बल गिरता तो भी अनहोनी हो सकती थी। यह घटना नगर में चर्चा का विषय बनी रही।