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हवाला-सट्टा-साइबर ठगी का फैला जाल, क्रिप्टो करेंसी पर भी बड़ा दांव

locationजबलपुरPublished: Jul 19, 2019 12:05:54 pm

Submitted by:

santosh singh

आर्थिक अपराधों का गढ़ बन रहा जबलपुर-अमीरी की चाहत में सट्टा, साइबर, वर्चुअल मुद्रा और हवाला जैसे संगठित अपराध के दलदल में फंसते जा रहे शहर के युवा

संगठित अपराध के दलदल में फंसते जा रहे शहर के युवा

संगठित अपराध के दलदल में फंसते जा रहे शहर के युवा

जबलपुर. चाकूबाजी, हत्या, बलात्कार और गैंगरेप की वारदातों के बाद अब जबलपुर तेजी से आर्थिक अपराधों का गढ़ बन रहा है। रातोंरात अमीर बनने का ख्वाब बुनने वाले यहां के युवा संगठित आर्थिक अपराध के दलदल में धंस रहे हैँ। क्रिकेट सट्टा हो या हवाला नेटवर्क, यहां समानांतर अर्थव्यवस्था चलाई जा रही है। पिछले दिनों राजस्थान के भीलवाड़ा में साइबर ठगी के हाई प्रोफाइल मामले में जिले के दो युवक पकड़े गए। इससे पहले क्रिप्टो करेंसी के मामले में करोड़ों की ठगी करने वाले भोपाल एसटीएफ के हत्थे चढ़े आरोपी भी जबलपुर के निकले।
न्यूज फैक्ट-
क्रिकेट सट्टा-300 से 400 करोड़
क्रिप्टो करेंसी-50 करोड़
हवाला करोबार-3500 करोड़
साइबर ठगी-02 करोड़
क्रिकेट सट्टे का किंग बन गया सनपाल
शहडोल से आकर रामपुर में ठिकाना बनाने वाला क्रिकेट सटोरिया सतीश सनपाल पांच साल में सट्टा किंग बन गया। हर साल 300 से 400 करोड़ रुपए का क्रिकेट सट्टा खेला जा रहा है। पिछले दिनों क्राइम ब्रांच की ओर से कोतवाली और संजीवनी नगर में पकड़े गए आठ आरोपियों में से सात मोटे कमीशन पर क्रिकेट का हाइटेक सट्टा संचालित कर रहे थे। पूरा नेटवर्क 18 से 30 वर्ष की उम्र के युवक सम्भाल रहे हैं। शहर में हवाला का पैरलर नेटवर्क भी चल रहा है। इसमें स्थानीय सहित गुजरात के कई कारोबारी फर्म बनाकर हवाला के जरिए नकद लेन-देन कर रहे हैँ।
ये हथकंडे अपना रहे अपराधी
– चंद दिनों में अमीर बनने का ख्वाब दिखाते हैं
– हाईटेक तकनीक में दक्ष युवाओं को अपने नेटवर्क से जोड़ते हैं
– हवाला कारोबारी पैसे पहुंचाने के लिए कैरियर के तौर पर इस्तेमाल करते हैं
– चेन बनाकर व्यापार करना, क्रिप्टो करेंसी में निवेश कराने पर कमीशन का लालच देते हैं
ये संगठित अपराध आए सामने
क्रिकेट सट्टा
क्राइम ब्रांच ने आइपीएल और क्रिकेट विश्वकप मैच में हाइटेक सट्टा खिलाते हुए संजीवनी नगर और कोतवाली में अलग-अलग तारीखों में दो प्रकरण पकड़े। इसमें 10 करोड़ रुपए के सट्टे का खुलासा हुआ। कई लोगों के नाम सामने आए जो इस संगठित तरीके से संचालित सट्टे से जुडकऱ लाखों का वारा-न्यारा कर चुके थे।
क्रिप्टो करेंसी
भोपाल एसटीएफ ने 25 जून को गढ़ा शक्तिनगर निवासी ब्रजेश रैकवार, उसकी पत्नी सीमा और रूपेश को दबोचा। तीनों आरोपी क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर बड़ी कमाई का लालच देकर 100 से अधिक लोगों से 50 करोड़ रुपए की ठगी की है। गिरोह के तार भारत सहित हांगकांग, चीन, दुबई, मलेशिया तक फैले हैं।
फर्जी शिक्षा केंद्र का संचालन
ओमती पुलिस ने शिक्षा के नाम पर फर्जीवाड़ा कर एमएड, बीएड, बीकॉम, एमबीए सहित अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की अंकसूची उपलब्ध कराकर लाखों की ठगी करने वाले ग्लोबल इंस्टीट्यूट के संचालक आरिफ हुसैन और पटना से हेमंत कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया है। दोनों ने चेन बनाकर कई लोगों को चपत लगाई है।
साइबर ठगी
राजस्थान के भीलवाड़ा में इंजीनयर मोहनलाल पाटीदार को पॉलिसी मैच्योर होने पर 4.52 करोड़ रुपए मिलने की सूचना इ-मेल पर भेजी। रिफंड दिलाने का झांसा देकर 1.65 करोड़ ठग लिए। मामले में जिले के गोसलपुर निवासी आकाश सिंह और पौंड़ी निवासी रितेश जैन को दबोचा गया। गिरोह पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र में प्रकरण दर्ज हैं।
हवाला नेटवर्क
जबलपुर में विधानसभा 2018 और लोकसभा 2019 के चुनाव के दौरान आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग ने साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए के हवाला कारोबार का खुलासा किया। सीमेंट, स्टील, खिलौना व्यापारी को पकड़ा। हवाला कारोबारी खूबचंद लालवानी, अतुल खत्री, पजू गोस्वामी, गुजरात के हसमुखकुमार-कांतिलाल फर्म सहित अन्य से करोड़ों रुपए सरेंडर कराए।

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