जबलपुरPublished: Mar 28, 2020 11:33:35 am
santosh singh
सीएमएचओ कार्यालय में हंगामा, निजी पैथालॉजी में कोरोना की जांच की अनुमति मांगने आया था
ambulance
जबलपुर . कोरोना वायरस की जांच किट उपलब्ध होने का हवाला देकर निजी पैथालॉजी में जांच की अनुमति लेने गए युवक ने सिविल सर्जन के साथ शुक्रवार को अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दी। उसने तेज रफ्तार एम्बुलेंस चलाकर कर्मचारियों पर भी चढ़ाने का प्रयास किया। अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे दबोच लिया और धुनाई कर ओमती थाने ले गए। प्रकरण में सिविल सर्जन और आरोपी की तरफ से भी शिकायत दी गई है।
ओमती पुलिस के अनुसार सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार चौधरी की तरफ से शिकायत में बताया गया कि कोरोना वायरस को लेकर एक अति आवश्यक बैठक चल रही थी। बैठक में सीएमएचओ डॉ. मनीष कुमार मिश्रा, आरएमओ डॉ. संजय जैन सहित अन्य चिकित्सक और लिपिक मौजूद थे। तभी अजहर नाम का युवक कोरोना वायरस किट उपलब्ध होने की बात कह जांच की अनुमति लेने पहुंचा। इस पर बैठक में मौजूद चिकित्सको से राय मांगी गई तो निष्कर्ष में ये आया कि डेंगू के प्रकरण में प्राइवेट पैथालॉजी की रिपोर्ट का हश्र देख चुके हैं।
अनुमति देने से किया मना
युवक को अनुमति देने से मना कर दिया गया। इसके बाद अजहर ने महत्वपूर्ण बैठक में व्यवधान पैदा किया। सीएमएचओ कार्यालय गेट और बाहर सिविल सर्जन को भला-बुरा कहते हुए धमकाने लगा। सिविल सर्जन ने अस्पताल चौकी के आरक्षकों को सूचना दी, तो अजहर तेज रफ्तार में एम्बुलेंस लेकर भागा और सामने खड़े अस्पताल कर्मियों पर चढ़ाने की कोशिश की।
आधे घंटे तक रही अफरा-तफरी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आधे घंटे तक वहां हंगामा होता रहा। कर्मचारियों ने बाद में अजहर को दबोच लिया और उसकी पिटाई कर वाहन सहित ओमती थाने ले गए। अजहर दबंग रज्जाक पहलवान का भतीजा है। उसकी प्राइवेट पैथालॉजी है। पुलिस के मुताबिक अजहर की तरफ से भी एक शिकायत दी गई है। जिसमें उसने सिविल सर्जन पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। उसने एक ऑडियो भी पेश किया, जिसके आधार पर दावा किया कि वह सीएमएचओ के बुलाने पर वहां पहुंचा था। चर्चा है कि इस विवाद के बाद सीएमएचओ और सिविल सर्जन के बीच भी खटास देखी गई।
वर्जन
सिविल सर्जन और आरोपी अजहर की तरफ से दो शिकायतें एक-दूसरे के खिलाफ मिली हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
एसपीएस बघेल, टीआई ओमती