रांझी पुलिस ने बताया कि रिछाई के सुमन नगर स्थित नया मोहल्ला में रहने वाला दिलीप कोल पल्लेदारी करता है। सोमवार रात वह काम से घर लौट रहा था। वहां उसे बच्चू कोल, संतोष साहू और सागर ने रोका। बच्चू ने दिलीप को पकड़ा और भाई बादल के पास चलने को कहा। इसके बाद आरोपी उसे घसीटकर ओवर ब्रिज के पास ले गए। जहां से अनिल गुप्ता और आदि पटेल मिले। आरोपियों ने दिलीप के हाथ गमछे से बांधे और मोपेड और बाइक में उसे बैठाकर सुहागी पन्नी मोहल्ला के एक खेत में ले गए। जहां बादल और रोहित पहले से मौजूद थे।
पुलिस ने आरोपियों पर अपहरण, बंधक बनाने और मारपीट समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया। जिसके बाद पुलिस टीम ने रिछाई निवासी बादल कोल, उमेश कोल उर्फ बच्चू, संतोष साहू, सागर कोल और रोहित लखेरा को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मामले में फरार आदि और अनिल का पता लगाया जा रहा है। सीएसपी एमपी प्रजापति के अनुसार मुख्य आरोपी बादल कोल ने कुछ समय पूर्व छोटू चौबे उर्फ सुयश के साथ मदन महल थाना क्षेत्र में हत्या के प्रयास की वारदात को अंजाम दिया था। वह छोटू का गुर्गा है। गिरफ्तार पांचों आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। वहीं फरार आरोपियों का पता लगाया जा रहा है।
बेल्ट से पीटा, बनाया वीडियो
आरोपियों ने दिलीप को बंधक बनाया और उससे मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान उसे बेल्ट से पीटा और उसका वीडियो भी बनाया। आरोपियों ने लगभग दो घंटे तक दिलीप से मारपीट की। इस दौरान दिलीप जान बचाकर वहां से भागा और सीधे अपने दोस्त चैना के घर चला गया। उसने पूरी रात वहीं गुजारी और मंगलवार सुबह घर लौटकर मां को पूरी घटना बताई।