सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों ने ग्रामीणों से इसकी शिकायत पुलिस में न दर्ज कराने की हिदायत दी है। यही वजह है कि परिजनों व ग्रामीणों इन घटनाओं की पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई है। हालांकि बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने बीजापुर जिले में ऐसी किसी घटना की जानकारी होने से इनकार किया है। एसपी के मुताबिक पुलिस को ऐसी कोई शिकायत प्राप्त नही हुई है। वे इस मामले की तस्दीक करवा रहे है, उसके बाद भी वे कोई जानकारी दे पाएंगे।
बताया जाता है कि नक्सलियों ने 10-11 सितम्बर की रात को धर्माराम के नजदीक नक्सलियों ने एक बैठक की थी। इस बैठक में शामिल होने आसपास के 16-17 गांव से ग्रामीणों को बुलाया गया था। इस बैठक में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। बाकी ग्रामीण बैठक के तुरंत लौट गए थे लेकिन गलगम, मारुडबांका, भट्टिगुड़ा, गिलोडगट्टा, कंवरगट्टा, रेखापल्ली, पुसबाका, टेकपल्ली और मल्लापल्ली गांव के 15 युवक अब तक गांव नहीं पहुंचे हैं। आशंका जताई जा रही है कि लापता ग्रामीण नक्सलियों के कब्जे में है ।
ग्रामीणों के मोबाइल छीने और नाव भी बंद करवाई
सूत्रों के मुताबिक ग्राम कंवरगट्टा में निवासरत एक पूर्व नक्सली संतोष तथा एक भीम नामक युवक की नक्सलियों द्वारा हत्या किए जाने की खबर आई है। बताया जाता है कि ग्रामीणों ने भयवश इसकी जानकारी पुलिस को नही दी है। नक्सलियों ने ग्रामीणों के मोबाइल भी छीन लिए है। साथ ही ग्रामीणों को गांव से बाहर न जाने की हिदायत भी दी है। पामेड़ जाने के रास्ते मे चिंतावागू नदी पार करना होता है। यह गहरी नदी होने के कारण इसे नाव से पार करना होता है। इसलिए लोग पामेड़ थाना न पहुंच जाए इसके लिए नदी में नाव भी बंद करवा दी गई है। इलाके के ग्रामीण भी दहशत में है।