scriptकहर बरपा रहा बस्तर में ये अलग तरह का बुखार, मिले तीन पॉजीटिव, पाए गए 33 संदिग्ध | 3 patients of Japanese fever found in Bastar, 33 suspect patient found | Patrika News

कहर बरपा रहा बस्तर में ये अलग तरह का बुखार, मिले तीन पॉजीटिव, पाए गए 33 संदिग्ध

locationजगदलपुरPublished: Dec 05, 2019 12:37:50 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

बुधवार को स्वास्थ्य शिविर में राजूर और आसपास के पारा और गांवों में करीब 33 संदिग्ध मरीज मिले हैं। जिनका ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।

कहर बरपा रहा बस्तर में ये अलग तरह का बुखार, मिले तीन पॉजीटिव, पाए गए 33 संदिग्ध

कहर बरपा रहा बस्तर में ये अलग तरह का बुखार, मिले तीन पॉजीटिव, पाए गए 33 संदिग्ध

जगदलपुर. बस्तर में जापानी बुखार का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। तोकापाल ब्लॉक के ग्राम राजूर में जेई (जापानी इंसेफेलाइटिस) के तीन पॉजीटिव मरीज मिले, जिनका डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है। वहीं बुधवार को स्वास्थ्य शिविर में राजूर और आसपास के पारा और गांवों में करीब 33 संदिग्ध मरीज मिले हैं। जिनका ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।

मौत के बाद हुआ मालूम जापानी बुखार से हुई मौत
मिली जानकारी के अनुसार राजूर के झिटकागुड़ा के दसमी पिता सोनसाय (10 वर्ष), सोररासपारा संचिता पिता मनोज (4 वर्ष) और विशाल पिता गोदावरी (13 वर्ष) जापानी बुखार से पीडि़त है। जिनका मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। ज्ञात हो कि ग्राम राजूर में 21 नवंबर को 10 वर्षीय लखेश्वर बघेल की जापानी बुखार से मौत हुई थी। इसक बाद से यहां पर लगातार जापानी बुखार के मरीज मिल रहे है। बावजूद स्वास्थ्य विभाग व्यवस्था सुधारने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है। बड़ी बात यह है कि दस वर्षीय लखेश्वर की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग को पता चला कि बच्चे की मौत जापानी बुखार से हुई। इससे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ नजर आ रही है।

डेंगू का भी बढ़ रहा प्रकोप
बस्तर में जापानी बुखार के साथ ही डेंगू का प्रकोप भी बढ़ रहा है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर देवज्योति मजूमदार ने बताया कि इन दिनों पूर बस्तर संभाग से रोजाना 25 से 30 डेंगू के संदिग्ध मरीज आ रहे हैं। जांच में 3 से 4 मरीजों का रिपोर्ट पॉजीटिव आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जापानी बुखार और डेंगू की रोकथाम को लेकर कोई पहल नहीं कर रहा है।

5 महीने पहले हुई थी जेई से एक बच्चे की मौत
पांच महीने पहले बकावंड ब्लॉक के घोडीमुंडापारा में जेई से चार वर्षीय बच्चे की मौत हुई थी। वहीं पूरे बस्तर जिले में 13 पॉजीटिव के मरीज मिले थे। इसमें दरभा ब्लॉक में 7, बकावंड में 2 और तोकापाल और लोहांडीगुडा में 1-1 पॉजीटिव केस मिले थे। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते अब फिर से जेई के मरीज मिलने लगे हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो