सूचना के अधिकार से मिले जानकारी के बाद
यह मामला विभाग के संज्ञान में आया, लेकिन इस घोटाले पर किसी भी जिम्मेदार ने एक दफे भी इस पर कोई ठोस कार्यवाही करने की नहीं सोची न ही इसकी सूचना पुलिस को दी। आखिरकार सूचना के अधिकार से मिले जानकारी के बाद धनश्याम शर्मा निवासी कोण्डागांव ने इसकी बकायदा सूचना कोतवाली पुलिस को 29 मई 2019 को देते हुए आवेदक शर्मा ने फर्जी बिल व दस्तावेजों में छेड़छाड़ करते हुए सरकारी पैसे का दुरूपयोग किए जाने का उल्लेख करते हुए सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी व संबंधित वेंडर पर जांच करते हुए अपराध पंजीबद्व करने की मांग करते अपना शिकायती पत्र कोतवाली पुलिस को दिया था।
कृत्यों की एक लंबी फाइल निकल जाए
हालांकि अभी तक इस मामले में पुलिस भी कोई ठोस कार्यवाही करता नहीं दिख रहा हैं। यही वजह है कि, सरकारी पैसों का दुरूपयोग करने वालों पर अभी तक कोई इसका असर होता नहीं दिख रहा। कही ऐसा तो नहीं कि ऐसे कृत्यों की एक लंबी फाइल ही निकल जाए जिसमें सरकारी पैसों का गबन से लेकर दुरूपयोग का चि_ा हो।
भूमि संरक्षण व मनरेगा की गड़बड़ी
दर-असल घोटाले का यह मामला ग्राम पंचायत घोड़ागांव व चिखलपुटी के चेकडेम निर्माण के लिए खरीदी गई मटेरियल, सीमेंट, की बिलिंग के दौरान सामने आया हैं। जिसमें चेकडेम निर्माण करने वाला विभाग भूमि संरक्षण व बिंलिंग की एंट्री के बाद भुगतान करने वाल मनरेगा से बकायदा बिल पास होने के बाद मात्रा की जगह 01 लिखा व यूनिट प्राईस की जगह 195000 रूपए अंकित बिल को ओके रिर्पोट देते हुए इसे पास भी कर दिया गया। आवेदनकर्ता धनश्याम शर्मा ने बताया कि, मनरेगा व भूमि संरक्षण विभाग के अधिकारी ने मिलकर सरकारी पैसे का कही न कही दुरूपयोग करने की कोशिश की होगी। तभी चेक जारी होने से पहले बिलिंग की फाइल को अधिकारियों ने नदरअंदाज कर दिया और इसकी कीमत देखते हुए इस पूरी प्रक्रिया में अपना भरपूर सहयोग कर डाला। आवेदक ने यह भी बताया कि, इसी तरह 20 एमएम गिट्टी की मात्रा में 01 और यूनिट कीमत 195000 अंकित है। इसमें भी मात्रा को बिलिंग के दौरान क्लीयर नहीं किया गया है। जिससे यह साबित होता है किए गड़बड़ी तो जरूर इस मामले में हुआ हैं। हालांकि अब यह जांच का विषय है इसके बाद ही सबकुछ सामने आ जाएगा।
नोटिस जारी किया गया था
जिला पंचायत सीईओ नुपूर राशि पन्ना ने बताया कि, मामला तो सामने आने के बाद वेंडर व संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया था। और इसमें वसूली की कार्यवाही चल रही हैं। विवेचनाधिकारी भूषण चंद्राकर ने कहा कि, शिकायत मिलने के बाद नोटिस भेजा गया है, जल्द ही उनका स्टेटमेंट ले लिया जाएगा।