scriptकांकेर रोडवेज के कंडक्टर यात्रियों से कर रहे बदसलूकी, टिकट खरीदने के बाद बकाया राशि भी नहीं करते वापस | after buying the tickets, do not even make the outstanding amount | Patrika News

कांकेर रोडवेज के कंडक्टर यात्रियों से कर रहे बदसलूकी, टिकट खरीदने के बाद बकाया राशि भी नहीं करते वापस

locationजगदलपुरPublished: Jun 04, 2019 02:07:20 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

बसों में यात्रियों के साथ बदलसलूकी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

kanker roadways

कांकेर रोडवेज के कंडक्टर यात्रियों से कर रहे बदसलूकी, टिकट खरीदने के बाद बकाया राशि भी नहीं करते वापस

जगदलपुर. बसों में यात्रियों के साथ बदलसलूकी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे जुड़ा एक मामला सोमवार को सामने आया। दरअसल जगदलपुर और कोण्डागांव के कुछ यात्री २ जून को रायपुर से जगदलपुर तक यात्रा कर रहे थे। वे कांकेर रोडवेज की बस क्रमांक सीजी-१९-ई- 0990 में दोपहर ३ बजे रायपुर से सवार हुए। बस से यात्रा कर रहे और बदसलूकी से पीडि़त जगदलपुर के थॉमस फिलिप ने बताया कि उन्होंने बस के कंडक्टर कुलदीप सरदार से रायपुर में टिकट लिया। उसने टिकट पर ३९५ रुपए किराया लिखा और टिकट के पीछे १०० रुपए बाद में लेना लिखा। थॉमस ने कंडक्टर को ५०० का नोट दिया था।

जिससे शिकायत करनी है करो, नहीं देता पैसे
इसी तरह कोण्डागांव और जगदलपुर के अन्य यात्रियों की टिकट पर भी कंडक्टर कुलदीप ने सौ रुपए बाद में लेना लिखा। जब यात्री धमतरी पहुंचने पर बैलेंस रकम मांगने लगे तो कंडक्टर ने कहा कोण्डागांव में ले लेना। अभी चिल्लर नहीं है। जबकि उसके हाथों में पर्याप्त पैसे थे। कोण्डागांव में भी जब यात्रियों ने पैसे मांगे तो कंडक्टर बदसलूकी करने लगा और कहा कि कैसे पैसे, कौन से पैसे, जाओ नहीं देता, जिससे शिकायत करनी है करो। इसके बाद पीडि़त यात्रियों ने बस में ही एक आवेदन बनाया और बस कंपनी प्रबंधन और कंडक्टर की शिकायत बस्तर पुलिस अधीक्षक से करने का निर्णय लिया। शिकायती पत्र एसपी को सभी यात्रियों के हस्ताक्षर के साथ सौंपा गया है शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से लोग नाराज हैं।

ग्रामीण यात्री हर दिन इसी तरह ठगे जा रहे
बसों में यात्रियों को चिल्हर ना होने की बात कहकर ठगने का सिलसिला लंबे वक्त से चल रहा है। इस ओर ना ऑपरेटरों का ध्यान है और ना ही आरटीओ का। कई बार जागरूक यात्रियों ने इसकी शिकायत की है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। ग्रामीण यात्री सबसे ज्यादा ठगे जा रहे हैं उन्हें बस कंडक्टर और बुकिंग एजेंट चिल्लर ना होने के बहाने २० से ५० रुपए तक चूना लगा देते हैं, कम ही ग्रामीण इसका विरोध कर पाते हैं। विरोध करने पर बस से उतारने की धमकी दी जाती है। इस बार कांकेर रोडवेज का पाला पढ़े-लिखे लोगों से पड़ गया इसलिए मामले की शिकायत एसपी से की है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो