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खेतो में अब दिखाई देने लगे तनाछेदक
पहले किसानों को फसल के लिए पानी की चिंता सता रही थी। अगस्त माह की शुरूआत में बारिश हुई और नहर से भरपूर पानी भी मिल गया। खाद के लिए भी किसानों मशक्कत करनी पड़ी। पर किसी तरह फसल की स्थिति में सुधरने लगी थी। इसके बाद सितंबर माह लगते ही लगातार एक सप्ताह की बदली और बारिश से फसल पर कीट प्रकोप का खतरा मंडराने लगा है। नदी-नालों के आसपास के खेत तो पानी से भरे गए हैं। खेतों में इन दिनों तनाछेदक दिखाई दे रहा है, इससे फसल को नुकसान हो रहा है।
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खेतों मे चल रहा छिडक़ाव
दूसरी ओर दलहन ओर तिलहन तो इस बारिश में चौपट होने के कगार पर हैं। जिले में १० लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसल लगाई गई है। किसानों का कहना इस समय खेतों में तनाछेदक, झुलसा, बंकी, भूरा माहो जैसे कीट ने फसल को अपने चपेट में ले लिया है। इससे बचने के लिए वे खेतों में दवा का छिडक़ाव कर रहे हैं।