शहर के वार्डों में सफाई और पेयजल व्यवस्था को लेकर पत्रिका की टीम ने शनिवार को पड़ताल की। इस दौरान वार्ड नं. 14 महारानी वार्ड में नाली के अंदर पाइन बिछा हुआ मिला। ऐसे में यदि पाइप लीकेज हो जाए तो नाली का गंदा पानी भी नलों में आएगा। इसी प्रकार महादेव वार्ड में नाली के किनारे स्थित पाइप लाइन में लीकेज हो गया है। महाराणा प्रताप वार्ड में पेयजल सप्लाई वाली मेन पाइप लाइन लीकेज हो गया है। इससे गंदा पानी भी सप्लाई हो रहा है। शहर में पेयजल की इसी प्रकार स्थिति है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।
खुद साफ किए नाली
महारानी वार्ड की सफाई व्यवस्था पूरी तहर से चौपट हो गई है। वार्डवासी जुलफी नाग, गीता नाग, पूजा दास ने बताया कि नाली कई दिनों से जाम हो गई है। सफाई के लिए पार्षद बसंती नाग को कई बार शिकायत कर चुके है, बावजूद सफाई नहीं हुआ है। ऐसे में अब खुद नाली की सफाई करनी पड़ी। वहीं पाइप लाइन में भी लीकेज हो गया है, जिसे रबर ड्यूब से बांध कर काम चला रहे है। नाली के ऊपर पाइप लाइन लीकेज होने की वजह से काफी दिक्कत हो रहा है।
महारानी वार्ड की सफाई व्यवस्था पूरी तहर से चौपट हो गई है। वार्डवासी जुलफी नाग, गीता नाग, पूजा दास ने बताया कि नाली कई दिनों से जाम हो गई है। सफाई के लिए पार्षद बसंती नाग को कई बार शिकायत कर चुके है, बावजूद सफाई नहीं हुआ है। ऐसे में अब खुद नाली की सफाई करनी पड़ी। वहीं पाइप लाइन में भी लीकेज हो गया है, जिसे रबर ड्यूब से बांध कर काम चला रहे है। नाली के ऊपर पाइप लाइन लीकेज होने की वजह से काफी दिक्कत हो रहा है।
सड़क पर फैला हुआ है कचरा
महारानी वार्ड निवासी पूजा नाग ने बताया कि यहां नाली से निकलने वाले कचरे को सफाई कर्मचारी सड़क किनारे ही छोड़ देते है। काफी दिनों से कचरा नहीं उठने की वजह से अब स्थिति ये हो गई है कि कचरा सड़क पर फैल गई है। बदबू इतना है कि यहां से गुजरने वाले और आसपास रहने वाले लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। वहीं डोर टू डोर गीला और सूखा कचरा उठाने वाले भी रोजाना नहीं आ रहे है।
महारानी वार्ड निवासी पूजा नाग ने बताया कि यहां नाली से निकलने वाले कचरे को सफाई कर्मचारी सड़क किनारे ही छोड़ देते है। काफी दिनों से कचरा नहीं उठने की वजह से अब स्थिति ये हो गई है कि कचरा सड़क पर फैल गई है। बदबू इतना है कि यहां से गुजरने वाले और आसपास रहने वाले लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। वहीं डोर टू डोर गीला और सूखा कचरा उठाने वाले भी रोजाना नहीं आ रहे है।