इस खनन से यहां नंदीराज पहाड़ी के अस्तित्व पर संकट छा गया है जिसे गोंड, धुरवा, मुरिया और भतरा समेत दर्जनों आदिवासी समूह अपना देवता मानते हैं और उसकी पूजा करते हैं।आदिवासियों के इस आंदोलन (Bailadila tribal movement) के बाद से छत्तीसगढ़ की सियासत (Chhattisgarh Politics) गरमा गयी है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है।
बीते 3 दिनों से पूर्व मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी (Ajit Jogi) बस्तर दौरे पर हैं। आज जगदलपुर में अजीत जोगी ने केंद्र और राज्य सरकार और आरोप लगाते हुए कहा की दोनों सरकार की मिलीभगत से इस खदान को बेचे जाने की साजिश रची जा रही है। चूंकि 13 नंबर के पहाड़ी पर आदिवासियों (Tribals) के कुलदेवता नंदराज का मंदिर है बावजूद इसके आदिवासियों के धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के लिए दोनों सरकार मिलीभगत कर इस खदान को अडानी को बेचने के फिराक में है।
मुहम्मद अकबर और भूपेश बघेल पर साधा निशाना जोगी ने भूपेश सरकार (Bhupesh Baghel) और वन मंत्री मोहम्मद अकबर (Muhammad Akbar) पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ही मंत्री के मिलीभगत से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हुई है। राज्य सरकार चाहे तो इसके लिए एमओयू से विड्रॉ कर सकती थी लेकिन भूपेश सरकार भी अडानी से मिली हुई है। जोगी ने कहा कि इस वन कटाई के खिलाफ वे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और पिटीशन दायर करेंगे।
अडानी को खदान बेचे जाने के विरोध में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस द्वारा कोर्ट जाने के सवाल पर अजीत जोगी ने कहा कि राज्य सरकार में कुछ आदिवासी संवेदनशील मंत्री हैं जो आदिवासियों के समस्याओं से अच्छी वाकिफ है। उनसे उम्मीद है कि वह इस एमओयू को विड्रॉ करा सकते हैं। कवासी लखमा बस्तर से ही हैं और प्रदेश के उद्योग मंत्री हैं और वह मेरे साथ काफी लंबे समय तक रह चुके हैं ऐसे में उनसे उम्मीद है कि वे आदिवासियों के धार्मिक भावना को ठेस नहीं पहुंचाएंगे और इस टेंडर को निरस्त करवाएंगे।
लखमा पर साधा निशाना अजीत जोगी (Ajit Jogi) ने मजाकिया अंदाज में कहा कि फिलहाल उद्योग मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) कनाडा दौरे में है और वह ऑटोमोबाइल की फैक्ट्री देखने गए हुए हैं। जबकि छत्तीसगढ़ में ऑटोमोबाइल के लिए दूर-दूर तक कोई उम्मीद नहीं है। कनाडा में ऑटोमोबाइल का नट बोल्ट तक नहीं बनता और अगर ऑटोमोबाइल सेक्टर की उन्हें जानकारी लेनी ही थी तो उन्हें जर्मनी या चीन जाना चाहिए था।
सलवा जुडूम के कारण बढ़ा नक्सलवाद उन्होंने नक्सलवाद के मुद्दे पर कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे तब बस्तर में नक्सलवाद (Naxalism) की समस्या कम था । लेकिन 2003 से लेकर आज तक नक्सलवाद बस्तर में तेजी के साथ बढ़ा है और यही वजह है कि बड़ी संख्या में यहां पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद बढ़ने का मुख्य कारण बस्तर में सलवा जुडूम (Salva Judum) है ।
मेरा शुरू से यही मानना है कि बंदूक का रास्ता छोड़कर नक्सलवाद (Naxalism) का बातचीत से समाधान करना चाहिए, लेकिन वर्तमान सरकार भी पुरानी सरकार की तरह है। नक्सलवाद की समस्या पर दोनों का एक ही मत है। इसके अलावा उपचुनाव और नगरी निकाय चुनाव को लेकर अजीत जोगी (Ajit Jogi) ने कहा कि दोनों चुनाव में वे अपने पार्टी के प्रत्याशी को बिना किसी से गठबंधन किये उतारेंगे।