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बस्तर समेत इन जिलों से 6 करोड़ 35 लाख रुपए का तेंदूपत्ता संग्रहण, इस जिले ने किया सबसे अधिक संग्रहण

locationजगदलपुरPublished: May 03, 2020 02:40:38 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

राज्य में अब तक १५ हजार ८८६ मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहित किया गया है। जिसमें सबसे अधिक सुकमा वन मंडल के अंतर्गत १३ हजार ३३४ मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है।

बस्तर समेत इन जिलों से 6 करोड़ 35 लाख रुपए का तेंदूपत्ता संग्रहण, इस जिले ने किया सबसे अधिक संग्रहण

बस्तर समेत इन जिलों से 6 करोड़ 35 लाख रुपए का तेंदूपत्ता संग्रहण, इस जिले ने किया सबसे अधिक संग्रहण

जगदलपुर। राज्य में चालू सीजन के दौरान तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू हो गया है। इसकी शुरूआत बस्तर संभाग के अंतर्गत बस्तरए सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले में तेन्दूपत्ता संग्रहण से हुई है। इसके तहत अब तक ६ करोड़ ३५ लाख रूपए की राशि के १५ हजार ८८६ मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।

राज्य में अब तक १५ हजार ८८६ मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहित किया गया है। जिसमें सबसे अधिक सुकमा वन मंडल के अंतर्गत १३ हजार ३३४ मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। इसमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को ५ करोड़ ३३ लाख रूपए की राशि का पारिश्रमिक दिया जाएगा।इसी तरह वन मंडल दंतेवाड़ा में एक हजार ४८८ मानक बोरा और जगदलपुर वन मंडल के अंतर्गत १०६४ मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण अब तक किया जा चुका है। राज्य में विभागीय अधिकारियों को शासन द्वारा तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य के सुव्यवस्थित संचालन करने आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद ने बताया कि छत्तीसगढ़ में इस वर्ष १६ लाख ७१ हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित है। राज्य में चालू वर्ष २०२० में तेन्दूपत्ता संग्रहण के लिए समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।

अच्छी गुणवत्ता वाले तेन्दूपत्ता संग्रहण करने निर्देश
तेन्दूपत्ता खरीदी करते समय तेन्दूपत्ता की गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी हालत में कटा.फटाए दाग वालाए बहुत छोटा तथा कच्चा पत्ता को कदापि क्रय नहीं करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके लिए तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य के पहले फड़ मुंशियों से लेकर नोडल अधिकारी तथा जोनल अधिकारियों की नियुक्ति की थी। अच्छी गुणवत्ता के तेन्दूपत्ता संग्रहण के लिए फड़ मुंशियोंए कर्मचारियों तथा अधिकारियों को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया गया था। इसके अलावा तेन्दूपत्ता संग्राहकों को भी संग्रहण कार्य के लिए उचित मार्गदर्शन प्रदान किया गया है। साथ ही गड्डियों में पत्तों की संख्या ४८ से कम तथा ५२ से अधिक नहीं होनी चाहिए।

सोशल डिस्टेंस का पालन करने निर्देश
लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए शासन के जारी दिशा.निर्देशों का भी पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके तहत समस्त फड़ मुंशियों तथा फड़ अभिरक्षकों द्वारा तेन्दूपत्ता संग्रहण के पूर्व कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए अधिक से अधिक प्रचार.प्रसार कर समस्त संग्राहकों को जागरूक और सुरक्षा संबंधी आवश्यक जानकारी प्रदान की जा रही है। तेन्दूपत्ता संग्राहक संग्रहण के दौरान मास्क पहनकर तथा एक.दूसरे से कम से कम एक मीटर की दूरी रखकर संग्रहण का कार्य कर रहे हैं। संग्राहकों द्वारा संग्रहण पश्चात हाथों को साबुन से अनिवार्य रूप से धोने और संग्रहित पत्ता फड़ पर देते समय भी अनिवार्य रूप से मास्क लगाया जा रहा है।

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