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DEO ने आंखे मूंदकर जारी कर दी संलग्नीकरण खात्मे की सूची, इनमें ऐसे लोगों के नाम भी है जो………

locationजगदलपुरPublished: Jun 24, 2019 05:58:00 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

DEO ने आंख बंद कर जारी कर दी सूची, संलग्नीकरण Affiliation खात्मे की सूची में मृत dead और सेवानिवृत्त शिक्षकों Retired Teachers का भी नाम डाल दिया
 
 
 
 
 

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DEO ने आंखे मूंदकर जारी कर दी संलग्नीकरण खात्मे की सूची, इनमें ऐसे लोगों के नाम भी है जो………

जगदलपुर. बस्तर जिले के 492 शिक्षकों के संलग्नीकरण खात्मे की सूची deo एचआर सोम ने आंख बंद कर जारी कर दी। बगैर Government Record देखे DEO ने ऐसे शिक्षकों के संलग्नीकरण को खत्म करने का आदेश दिया, जिनकी या तो मौत हो चुकी है, या वे सालों पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं। पनारापारा प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षिका आफताब अहमद खान का संलग्नीकरण खत्म कर उन्हें प्राथमिक शाला इंदिरा गांधी भेजा गया। जबकि आफताब खान की मृत्यु तीन साल पहले हो चुकी है और उनकी जगह पर उनके बेटे अब्दुल आसिफ खान को सहायक ग्रेड ३ के रूप में तुरेनार में अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। अब सवाल उठता है कि जब डीईओ एचआर सोम दावा कर रहे थे कि उन्होंने सभी प्राचार्यों और प्रधानपाठकों से रायशुमारी के बाद सूची बनाई है तो इतनी बड़ी गलती कैसे हो गई। डीईओ ने प्राप्त जानकारियों का रिकॉर्ड से मिलान क्यों नहीं किया। आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई।

डीईओ ने अपनी जिद पूरी करने जारी की सूची!
डीईओ एचआर सोम ने जिस दिन पदभार संभाला उसी दिन से वे संलग्नीकरण खात्मे में जुट गए, जबकि उनके मातहत उन्हें कहते रहे कि बस्तर में इसकी जरूरत नहीं है। सभी जगह व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। बावजूद इसके बगैर किसी सर्वे डीईओ ने अपनी जिद्द पूरी करने के लिए संलग्नीकरण खात्मे की सूची जारी करवा दी। विभागीय सूत्रों ने हमें यह जानकारी देते हुए बताया कि डीईओ ने मंत्री कवासी लखमा के बस्तर पहुंचने का इंतजार किया और उनकी मौजूदगी में आदेश जारी करने का प्रस्ताव रखा। ये सब कुछ एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था। जबकि डीईओ दो महीने पहले ही सूची जारी कर चुके थे।

सालों पहले रिटायर्ड हो चुके पर डीईओ की सूची में अब भी सेवारत
संलग्नीकरण खात्मे की सूची में ऐसे शिक्षक teachers भी शामिल हैं जो सालों पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं लेकिन इसकी जानकारी डीईओ एचआर सोम को नहीं है। सूची का अवलोकन करने पर मालूम होता है कि गुप्तेश्वरी आचार्य, एमवी राव, पुष्परंजनी जॉन जैसे कई शिक्षक शामिल हैं। सूची में इतनी बड़ी गड़बड़ी सामनेे आने के बाद भी डीईओ अपने आदेश पर कायम हैं, वे हर बार की तरह अपने आदेश को सही ठहराने में जुटे हैं।

सूची की विश्वसनीयता पर उठने लगे सवाल
पत्रिका के पास जो संलग्नीकरण खात्मे की सूची है उसका हमने अभी 20 प्रतिशत ही अवलोकन किया है और इस तरह की बड़ी खामी शुरुआत में ही सामने आ गई है। आने वाले दिनों में इसी तरह के और भी कई खामी सामने आ सकती है। कलक्टर और डीईओ के हस्ताक्षर के साथ जारी हुई इस सूची में इस तरह की गड़बड़ी सामने आने से इसकी विश्वसनीयता पर शिक्षा महकमे के भीतर सवाल उठने लगे हैं।

त्रुटि सुधार करवाएंगे
आपके माध्यम से ये जानकारी मिल रही है। अगर कोई त्रुटि है तो डीईओ के माध्यम से हम इसमें सुधार करवाएंगे।
डॉ. अय्याज तंबोलीे

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