दंतेश्वरी मां के चरण स्पर्श कर किसानों ने आगाज किया
किसान न्याय यात्रा के कोर ग्रुप के सदस्य मासोराम पोडय़ामी, धरमुराम कश्यप, लुदरूराम कश्यप ने बताया कि वर्षों से बस्तर के किसान सरकारी और प्राइवेट दलालों के शिकार होते रहे हैं। पीडि़त किसानों की आवाज शासन-प्रशासन अनसूनी करता है। इसलिए विवश होकर किसानों ने न्याय किसान यात्रा के जरिए अपनी आवाज मजबूती से शासन के समक्ष रखने का निर्णय लिया है। इसी के तहत दंतेश्वरी मां के चरण स्पर्श कर किसानों ने आगाज किया है। जगदलपुर से किसान न्याय यात्रा के माध्यम से रायपुर पहुंचकर शासन को सभी तथ्यों से अवगत कराएंंगे।
फर्जीवाड़ों का उच्च स्तरीय जांच आयोग बिठाए जाने की मांग होगी
उन्होंने बताया कि शासन के समक्ष केसीसी पर दलाली के साथ ही किसानों को दिए जाने वाले शासकीय मदद ड्रीप सिंचाई, सेक्टर फाईनेंस, कंपनियों के द्वारा किए गए फर्जीवाड़ों का उच्च स्तरीय जांच आयोग बिठाए जाने की मांग होगी।
सभी क्षेत्रों के पीडि़त किसान काफी संख्या में शामिल हैं
फाइनेंस कंपनियों द्वारा खींचे गए ट्रेक्टर किसानों को वापस दिलाई ने, सभी किसानों को धान का मूल्य 2500 रूपये प्रति क्विंटल प्रदान करने, किसानों को फसल बीमा की राशि तत्काल प्रदान किए जाने, किसानों के वाहनों को टोल नाको पर टोल-फ्री करने, डॉ स्वामीनाथ आयोग की सभी सिफारिशों को लागू करने, पुलिस थाने में दर्ज सामुहिक मामलों से किसानों को बरी करने, सभी किसानों को सभी फसलों पर सभी खर्चो से ढ़ेढ गुना अधिक मूल्य प्रदान करने, ग्रामीण क्षेत्रों में फैले चीट फंड एवं चैन मार्केर्टिंग जैसे फर्जी कंपनियों को तुरंत बंद का संचालकों को गिरफ्तारी व उनके चंगुल में फंसे किसानों के पैसे वापस दिलाने की मांग की है। किसान न्याय यात्रा में कोर ग्रुप के सदस्य भूपेन्द्र, सुखलाल बघेल, राजेश कवासी, जगतराम नाग, लखमूराम कर्मा, रतन कश्यप, चेतन नाग, दोदाराम नाग, जागरूराम बघेल, पेदाराम पोडय़ामी, घनश्याम के साथ सभी क्षेत्रों के पीडि़त किसान काफी संख्या में शामिल हैं।