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बस्तर के पर्यटन उद्योग को लगे पंख: कभी गूंजती थी गोलियों की आवाज, अब पर्यटकों से है रात गुलजार

locationजगदलपुरPublished: Nov 17, 2022 01:04:32 pm

Submitted by:

CG Desk

Bastar’s tourism industry got wings: बस्तर में नक्सली दहशत कम होने के बाद बस्तर के पर्यटन उद्योग को पंख लग गए हैं। कोरोना काल के बाद सम्भवत: यह पहला अवसर है जब बड़ी संख्या में सैलानी न सिर्फ बस्तर पहुंच रहे बल्कि अंदरूनी इलाकों बिना सुरक्षा के रात में बेखौफ होकर कैम्प फायर भी कर रहे हैं।

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File photo

Bastar’s tourism industry got wings: बस्तर में नक्सली दहशत कम होने के बाद बस्तर के पर्यटन उद्योग को पंख लग गए हैं। कोरोना काल के बाद सम्भवत: यह पहला अवसर है जब बड़ी संख्या में सैलानी न सिर्फ बस्तर पहुंच रहे बल्कि अंदरूनी इलाकों बिना सुरक्षा के रात में बेखौफ होकर कैम्प फायर भी कर रहे हैं, इनमें से कई वे इलाके भी है जो कि धुर नक्सलगढ़ माने जाते थे। बता दें कि कभी यहां नक्सलियों की गोली की आवाज गूजती रहती थी। लेकिन अब वहां शांति है और इलाका पर्यटकों से गुलज़ार है।

जगदलपुर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष जतिन जायसवाल का कहना है कि इस वर्ष दशहरा के दौरान बड़ी संख्या में सैलानी बस्तर आए थे। अब नया वर्ष मनाने सैलानियों ने जनवरी मध्य तक होटलों की बुकिंग भी करवा ली है। यह वर्ष पर्यटन के हिसाब से काफी अच्छा जा रहा है। रेलवे ने विस्टाडोम कोच की सुविधा भी उपलब्ध करवा दी है। उससे भी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

 

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150 से अधिक विदेशी सैलानी पहुंचे बस्तर
बस्तर देशी पर्यटकों के लिए तो आकर्षण का केंद्र रहता है पर इस बार बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी भी बस्तर पहुंचे है सूत्रों के मुताबिक 150 से अधिक विदेशी सैलानी इस साल बस्तर आए है जिनमे से अधिकांश पोलैंड, जर्मनी, हॉलैंड, यूके, कनाडा और यूएसए के सैलानी हैं। वही कुछ सैलानी कनाडा,यूएसए से आकर स्टे होम में रुककर बस्तर के प्राकृतिक ग्रामीण परिवेश का भी आनन्द ले चुके है।
6 स्थानों पर कैम्प फायर और कैंपिंग टेंट की है व्यवस्था
बस्तर के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रात में कैंप फायर और कैम्पिंग टेंट की सुविधा की गई है। खासकर कांगेर वैली नेशनल पार्क में,चित्रकोट और तीरथगढ़ वॉटरफाल के अलावा बस्तर के सरकारी रिसोर्ट के साथ-साथ निजी रिसोर्ट में भी कैम्प फायर और कैम्पिंग टेंट का लुत्फ पर्यटक उठा रहे हैं। बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार का कहना है कि पर्यटकों की संख्या को देखते हुए उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े, इसके लिए खास व्यवस्था की गई है।

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