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लॉक डाउन में आदिवासियों की आजीविका पर भी मंडरा रहा संकट

locationजगदलपुरPublished: Apr 09, 2020 03:23:25 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

बस्तर जिले में इस साल 25 हजार 100 मानक बोरा खरीदने का लक्ष्य, शासन की ओर से प्रति मानक बोरा की दर 4000 रुपए की है निर्धारित

लॉक डाउन में आदिवासियों की आजीविका पर भी मंडरा रहा संकट

लॉक डाउन में आदिवासियों की आजीविका पर भी मंडरा रहा संकट

जगदलपुर। बस्तर जिले के वनांचल क्षेत्र में तेंदूपत्ता का हर वर्ष बंपर उत्पादन होता है। इसके संग्रहण से आदिवासी संग्राहकों को गर्मी के दो महीने में काम और पर्याप्त राशि मिल जाती थी। तेंदूपत्ता ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य साधन हेै। इस साल तेंदूपत्ता के रेट में 1500 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। पहले 2500 रुपए प्रति मानक बोरा समर्थन मूल्य था। जो अब 4000 रुपए प्रति मानक बोरा हो गया है। संग्राहकों, समितियों में भी रेट बढने की खुशी को इस दौरान कोराना का ग्रहण लग चुका है। लॉक डाउन के चलते ग्रामीण न तो घर से बाहर निकल रहे हैं न ही संग्रहण इसके चलते यह काम पूरी तरह से ठप्प है।

25 हजार मानक बोरा खरीदी लक्ष्य
जिला वनोपज सहकारी युनियन मर्यादित बस्तर वन मण्डल से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल 25100 मानक बोरा खरीदी का लक्ष्य है। तेदूपत्ता खरीदी का काम 25 अप्रैल से आरंभ किया जाएगा। अप्रैल से मई माह में तेंदूपत्ता संग्रहण काम आरंभ किया जाएगा। यदि इस दौरान भी लॉक डाउन जारी रहेगा, तो तेंदूपत्ता संग्रहण प्रभावित होगा।

तीन वर्ष बाद तेंदूपत्ता का होगा टेंडर
जिले में तेंदूपत्ता की खरीदी के लिए टेंडर विगत तीन वर्षों के बाद होने जा रहा है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। वर्ष 2017 से 2019 तक ओपन रेट में तेदूपत्ता की खरीदी गई थी। प्रत्येक मानक बोरा के परिवहन और मजदूरी की दन वन विभाग की ओर से निर्धारित की जाएगी।

संग्राहकों को इस बार नहीं मिलेगी चरण पादुका
संग्राहकों को पिछले कुछ सालों से चरण पादुका और बोनस नहीं मिल रहा। इस साल भी बोनस चरण पादुका की उम्मीद नहीं है। वन विभाग में अब तक ऐसा कोई निर्देश नहीं आया है। माना जा रहा है कि एक साथ 1500 रुपए समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी से बोनस नहीं मिलेगा।


हर वर्ष अप्रैल से मई माह के बीच तेंदूपत्ता संग्रहण किया जाता है। कोरोना वायरस के चलते तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य प्रभावित है। लॉक डायन के हटने से ग्रामीण तेंदूपत्ता संग्रहण करने घर से निकलेंगे। इस साल शासन की ओर से मानक बोरा दर वृद्धि करने से संग्राहकों को इसका लाभ मिलेगा।
सुषमा नेताम जिला लघु वनोपज, प्रबंध संचालक

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