चार सौ करोड़ रुपए तक होगा खर्च
जन जीवन योजना के तहत डेढ़ लाख घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए करीब चार सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें वाटर ट्रिटमेंट प्लांट, पानी टंकी और पाइप लाइन बिछाया जाएगा। इस योजना के तहत गांवों के आसपास मौजूद नदी और नालों के पानी को पीने योग्य बनाकर घरों में सप्लाई की जाएगी। इसके लिए हर गांव में पानी टंकी बनाई जाएगी और गांव से दूर बसाहट और पारा में छोटे-छोटे पानी टंकी बनाई जाएगी।
जिले के 581 गांवों में 11464 हैंडपंप
बस्तर जिले में वर्तमान समय में 581 गांवों के 5092 बसाहट और पारा में पेयजल के लिए 11 हजार 464 हैंडपंप उपलब्ध है। इसके अलावा नलजल योजना के तहत 116 नल कनेक्शन, स्थलजल योजना में 130 और 763 सोलर ड्युल पंप से पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। गर्मी के दिनों में इसमें कई हैंडपंप और सोलर पंप बंद हो जाते है। इससे लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है। वहीं हर घर में नल कनेक्शन पहुंचने के बाद इस प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।