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जगदलपुर

तेन्दूपत्ता संग्रहण लक्ष्य से बीजापुर अभी काफी दूर

हरा सोना: जिले में अभी तक 48568 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का हुआ संग्रहण, एक लाख 11 हजार 9 सौ मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित, भीषण गर्मी के बावजूद तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य में लगे हुए हैं

जगदलपुरMay 13, 2022 / 12:40 am

Rajeev Vishwakarma

ग्रामीण तेंदुपत्ता के बंडल को फड़ के रूप में जमाते हुए

ग्रामीण तेंदुपत्ता के बंडल को फड़ के रूप में जमाते हुए

बीजापुर . हरा सोना कहे जाने वाले तेन्दूपत्ता संग्रहण भीषण गर्मी के बावजूद तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य में लगे हुए हैं। यही कारण है कि जिले में तेन्दूपत्ता संग्रहण सीजन 2022 में 5 मई से शुरू हुए तेन्दूपत्ता तोड़ाई के दौरान अभी तक 48568 मानक बोरा तेन्दूपत्ता की खरीदी की गयी है। जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण लक्ष्य को दो बार रिवाइज किए जाने की भी जानकारी मिली है। जिले के तेन्दूपत्ता की गुणवत्ता अच्छी और उपयुक्त माने जाने के कारण यहां पर पहले से ही तेन्दूपत्ता का सभी लॉट का अग्रिम विक्रय हो चुका है।
जिले में कुल 28 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के द्वारा 543 तेन्दूपत्ता फड़ों में तेंदूपत्ता खरीदी की जा रही है। जिसमें धनोरा, संतोषपुर, नैमेड़, गुदमा, तोयनार, पुसनार,चेरपाल, करकेली, कुटरु, भैरमगढ़, कोडोली, माटवाड़ा , बरदेला, मिरतुर, पामगल, बंदेपारा, मददेड़, चेरपल्ली, सकनापल्ली , देपला, भद्राकाली, पामेड़, पुजारी कांकेर, उसूर, हीरापुर, कोरसागुड़ा चेरामंगी एवं ईलमिड़ी प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के अंतर्गत वनांचल के तेन्दूपत्ता संग्राहकों द्वारा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जा रहा है। अभी भीषण गर्मी में भी तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार तेन्दूपत्ता संग्रहण में पूरे उत्साह के साथ लगे हुए हैं।
धनोरा के संग्राहक माण्डोराम कुडियम ने बताया कि खेती-किसानी के अलावा तेन्दूपत्ता आय का प्रमुख जरिया है। इसे ध्यान रखकर सीजन में ज्यादा से ज्यादा तेन्दूपत्ता का संग्रहण करते हैं।
जैतालूर के संग्राहक चैनसाय चालकी एवं सीताराम मांझी ने बताया कि तेंदूपत्ता हमारे लिए आय का एक वैकल्पिक स्त्रोत है। अभी तेन्दूपत्ता संग्रहण से संग्राहक परिवारों को अच्छा पारिश्रमिक मिलेगा। इसके बाद फिर से ग्रामीण खेती-किसानी में लग जायेंगे। तेन्दूपत्ता संग्रहण की पारिश्रमिक राशि से शादी-ब्याह जैसे सामाजिक कार्य निपट जाता है। वहीं घर-परिवार की जरुरत के लिए खर्च करते हैं।
इसे मद्देनजर रखकर सीजन में अधिक से अधिक तेन्दूपत्ता संग्रहण करने के लिए परिवार के सभी सदस्य जुटे हुए हैं।
पड़ोसी राज्यों की तुलना में कम दर पर खरीदी
जिले की सीमा से लगे महाराष्ट्र और तेलंगाना राज्य में तेंदूपत्ते की दरों में खासा अंतर बताया जा रहा है। यही वजह है की पिछले दिनों ग्रामीणों द्वारा तेंदूपत्ते की दर बढ़ाने को लेकर संतोषपुर गांव में बैठक कर शासन प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। इसके साथ ही बीते तीन सीजन के बोनस राशि के भुगतान न होने के कारण लोगों में आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। शासकीय दर प्रति गड्डी चार रुपए में अभी कोई बदलाव नहीं हुए हैं। डीएफओ अशोक पटेल कहते हैं की स्थानीय स्तर पर तेंदूपत्ता के दरों में कुछ बढ़ोत्तरी की गई है।
१ लाख से अधिक मानक बोरा का लक्ष्य
डीएफओ व प्रबन्ध संचालक जिला वनोपज सहकारी यूनियन अशोक पटेल ने बताया कि जिले के अंतर्गत जिला वनोपज सहकारी यूनियन बीजापुर में तेन्दूपत्ता संग्रहण वर्ष 2022 के तहत् एक लाख 11 हजार 9 सौ मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित है। जिसके एवज में अब तक 48 हजार 568 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है।

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