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मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की ऐसी लापरवाही, गर्भ में बच्चे की मौत, अब मां को भी खतरा

locationजगदलपुरPublished: Apr 28, 2019 01:35:02 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

आठ माह की गर्भवती महिला को पीलिया की शिकायत के बाद किया गया था भर्ती, मेकाज के गायनिक वार्ड की एचओडी पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप

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मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की ऐसी लापरवाही, गर्भ में बच्चे की मौत, अब मां को भी खतरा

जगदलपुर. मेडिकल कॉलेज गायनिक डिपार्टमेंट में भर्ती महिला को पांच दिनों तक कोई डॉक्टर देखने नहीं आया, इसलिए उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। इतना ही नहीं अब मां की जान भी खतरे में है। यह आरोप है शहर के कुम्हारपारा स्थिति सेंट्रल स्कूल के पास रहने वाले महिला के पति बादल चौधरी का। बताया जा रहा है कि महिला पीलिया से पीडि़त थी, और पांच दिन पहले उसे मेडिकल कॉलेज में लाया गया था।

महिला के परिजन का कहना है कि गर्भवती महिला के पीलिया पीडि़त होने के बाद वे पांच दिनों पहले उसे मेडिकल कॉलेज लेकर गए थे। इन पांच दिनों में न तो डाक्टरों ने महिला का ठीक से इलाज किया और न ही परिजन को महिला की स्थिति के संबंध में कोई जानकारी दी। बादल चौधरी ने बताया कि उनकी पत्नी मंजू चौधरी गर्भवती थी और पीलिया की चपेट में आ गई थी। इसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया लेकिन पिछले ५ दिन से डाक्टर उसका क्या इलाज कर रहे है यही जानकारी नहीं दी गई और ऑपरेशन की तैयारी करने कहा गया इसी बीच शुक्रवार मूझसे कुछ दस्तावेज में हस्ताक्षर करवाए गए और कहा गया कि अपनी पत्नी को वालटियर ले जाओ।

शुक्रवार को कहा विशाखपटनम ले जाओ, और
इसके बाद अचानक बाहर ले जाने के संबंध में जब मैने डाक्टरों से सवाल पूछे तो फिर से स्थिति गंभीर है कह कर हास्पिटल में ही रखा गया। शनिवार की सुबह मूझे बताया कि बच्चे की धडक़न नहीं चल रही है। सोनोग्राफी से जांच करनी होगी। इसके बाद दो घंटे के इंतजार के बाद सोनोग्राफी जांच हुई तो पता चला कि बच्चा पेट में ही खत्म हो गया।

इसके बाद सुबह से ग्यानिक डिपार्टमेंट के एचओडी की आने की बात कही गई वो सुबह 11.30 बजे पहुंची इसी तरह एमडी मेििडसन भी 12 बजे के बाद आए और बताया गया कि ऑपरेशन कर बच्चे को निकालना होगा और महिला के बचने की उम्मीद 30 प्रतिशत। यहा ऑपरेशन कौन करेगा कब करेगा यह भी नहीं बताया गया।


डिपार्टमेंट की एचओडी निजि नर्सिंग होम में व्यस्थ, एक दिन बाद आई देखने,
इधर महिला के पति ने बताया कि गायनिक डिपार्टमेंट की एचओडी अल्पना बंसल निजि नर्सिंग होम में बैठती है। जब उनकी पत्नी गर्भवती हुई थी तब पहले महीने से ही वहीं उसका इलाज और जांच चल रहा था। पत्नी की सेहत बिगडऩे के बाद उन्होंने कई बार डाक्टर से पत्नी की जांच के लिए कहा लेकिन वो पत्नी के भर्ती होने के एक दिन बाद उसे देखने आई। परिजनो ने इसकी बात की शिकायत मेकाज के डीन यूएस पैंकरा से भी कि है। वहीं उनका पक्ष लेने जब उन्हें कॉल किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका है।

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