शुक्रवार को कहा विशाखपटनम ले जाओ, और
इसके बाद अचानक बाहर ले जाने के संबंध में जब मैने डाक्टरों से सवाल पूछे तो फिर से स्थिति गंभीर है कह कर हास्पिटल में ही रखा गया। शनिवार की सुबह मूझे बताया कि बच्चे की धडक़न नहीं चल रही है। सोनोग्राफी से जांच करनी होगी। इसके बाद दो घंटे के इंतजार के बाद सोनोग्राफी जांच हुई तो पता चला कि बच्चा पेट में ही खत्म हो गया।
डिपार्टमेंट की एचओडी निजि नर्सिंग होम में व्यस्थ, एक दिन बाद आई देखने,
इधर महिला के पति ने बताया कि गायनिक डिपार्टमेंट की एचओडी अल्पना बंसल निजि नर्सिंग होम में बैठती है। जब उनकी पत्नी गर्भवती हुई थी तब पहले महीने से ही वहीं उसका इलाज और जांच चल रहा था। पत्नी की सेहत बिगडऩे के बाद उन्होंने कई बार डाक्टर से पत्नी की जांच के लिए कहा लेकिन वो पत्नी के भर्ती होने के एक दिन बाद उसे देखने आई। परिजनो ने इसकी बात की शिकायत मेकाज के डीन यूएस पैंकरा से भी कि है। वहीं उनका पक्ष लेने जब उन्हें कॉल किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका है।