400 करोड़ के मेडिकल कॉलेज में ब्लैक आउट होने पर टार्च से होता है इलाज, तस्वीरें आई सामने
जनऔषधि केंद्र भी दवाई नहीं मिलने पर
दवाओं की कमी की वजह से आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी मरीजों को इलाज के लिए रुपए खर्च करना पड़ रहा है। मेकाज में भर्ती मरीज के परिजन सिद्धार्थ ने बताया कि उसकी बहन आईसीयू में भर्ती है। रात 11 बजे डॉक्टर ने दवा लाने के लिए पर्ची दिया। जनऔषधि केंद्र भी दवाई नहीं मिलने पर जगदलपुर आना पड़ा। डिमरापाल से जगदलपुर आने के लिए रात में कोई साधन नहीं है, इससे ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजोंं को काफी परेशानी होती।
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लोकल पर्चेस कर स्टोर नहीं किया जा सकता
अधीक्षक डॉ. केएल आजाद ने बताया कि सीजीएमएससी लंबे समय से दवाओं की सप्लाई में लापरवाही बरत रहा है। दवाईयों की लोकल पर्चेस कर स्टोर भी नहीं किया जा सकता। इससे दवाओं की व्यवस्था करने में काफी परेशानी हो रही है।