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अगर आप भी जाना चाह रहे हैं मंदिरों की नगरी बारसूर, तो वहां की सीसी सडक़ो के बारे में जान लें वरना….

locationजगदलपुरPublished: Feb 26, 2020 02:35:23 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

बारसूर में एसी सीसी सडक़ बनाई गई कि साइड दिया तो गाड़ी का पलटना तय

अगर आप भी जाना चाह रहे हैं मंदिरों की नगरी बारसूर, तो वहां की सीसी सडक़ो के बारे में जान लें वरना....

अगर आप भी जाना चाह रहे हैं मंदिरों की नगरी बारसूर, तो वहां की सीसी सडक़ो के बारे में जान लें वरना….

दंतेवाड़ा. ऐतिहासिक नगरी बारसूर के आश्रम पारा में 25 लाख रुपए की लागत से नगर पंचायत ने सीसी सडक़ तो बनवा दी गई लेकिन 2 साल बाद भी कांक्रीट सडक़ के दोनों किनारों पर मुरूम फिलिंग नहीं किया गया है। इससे जमीन की सतह से एक से डेढ़ फीट ऊंची सडक़ पर वाहनों को साइड देने में असुविधा हो रही है। इस सडक़ पर कोई चार पहिया वाहन पहुंच भी जाए तो वापस जाने के लिए रिवर्स करने लायक जगह ही नहीं बची है।

नहीं है कोई जवाब
ठेकेदार ने कांक्रीट सडक़ के किनारे मुरूम फिलिंग क्यों नहीं किया। इसका जवाब नगर पंचायत के नुमाइंदों के पास नहीं है। जबकि कांक्रीट सडक़ के निर्माण के लिए बनने वाले इस्टीमेट व कुल लागत में साइड फिलिंग का भी प्रावधान होता है। ठेकेदार ने पूरी राशि निकलवा ली और मुरूम फिलिंग भी नहीं की। इस कार्य में नगर पंचायत के तकनीकी अमले और अन्य अफसरों की भी भूमिका संदेह के दायरे में है।

रात में गलियों से मुख्य सडक़ तक निकलने में हादसों का खतरा बना रहता है
स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगीगीदम-बारसूर मार्ग को जोडऩे वाली इस कांक्रीट सडक़ पर स्ट्रीट लाइट भी अब तक नहीं लगी है जिससे रात में यहां लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। मुख्य सडक़ से करीब 500 मीटर दूरी पर वनवासी विकास समिति द्वारा संचालित कन्या आश्रम भी है, जिसमें छोटी बच्चियां रहकर पढ़ाई करती हैं। रात में आपात स्थिति में इस सडक़ पर साइकिल से व पैदल आने जाने में काफी दिक्कत होती है। नाली का भी आधा-अधूरा निर्माण सीसी सडक़ के किनारे कांक्रीट की नाली का निर्माण भी करवाया गया है, लेकिन नाली के किनारे मिट्टी व मुरूम की पटाई नहीं हुई है, जिससे इस तरफ रात में गलियों से मुख्य सडक़ तक निकलने में हादसों का खतरा बना रहता है। नालियों को कवर भी नहीं किया है।

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