गिनती के सुरक्षा जवानों ने उन्हें रोका
कांग्रेसी कार्यकर्ता की रैली जैसे ही कलक्टोरेट पहुंची यहां मौजूद गिनती के सुरक्षा जवानों ने उन्हें रोका, लेकिन वे बैरिकेट्स को तोड़कर आगे बढ़े। इसके बाद युवा कांगे्रस के कार्यकर्ता मेन गेट को फांदने की कोशिश करने लगे धक्का- मुक्की में जंजीर टूट गई और कांग्रेसी परिसर में दाखिल हुए। इसके बाद कार्यालय के मेन गेट पर पहुंचे और उसे भी खोलने की कोशिश करने लगे। लेकिन वरिष्ठ कांग्रेसियों ने समझदारी दिखाते हुए युवा कार्यकर्ताओं को यहां से हटाया और समझाया कि उनको प्रदर्शन शांतिप्रद तरीके से करना है।
सरकार की नीतियों से हो रहे आम लोगों को नुकसान के बारे में बताया
इसके बाद उपनेताप्रतिपक्ष कवासी लखमा के नेतृत्व में सभी परिसर में बने शेड़ में पहुंचे। शेड को सभा के मंच की तरह प्रयोग करते हुए विधायक दीपक बैज और लखमा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सरकार की नीतियों से हो रहे आम लोगों को नुकसान के बारे में बताया।
ट्रैफिक पुलिस ने संभाली कमान
कांग्रेसियों के रैली के साथ आगे आगे आ रहे ट्रेफिक पुलिस के जवान जब कलेक्टोरेट के करीब पहुंचे तो उनका होश उड़ गया। यहां सुरक्षा जवानों के नाम पर एक दो जवान ही मौजूद थे। तुरंत टीआई मोहसीन खान ने इसकी जानकारी आला अधिकारियों को दी। उनके कर्मचारियों ने कमान संभाली और जल्दी जल्दी बैरिकेटस लगाए। लेकिन संख्या में कम होने की वजह से कांग्रेसी बैरिकेट्स व मेन गेट तोड़कर अंदर घुस आए।
यह रहे मौजूद
शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजीव शर्मा, ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजमन वेंजाम, उपनेता प्रतिपक्ष कवासी लखमा, विधायक दीपक बैज, रेखचंद जैन, उमाशंकर शुक्ला, सुशील मौर्य, जतीन जायसवाल, राजेश चौधरी, यशवर्धन राव विक्रम डांगी, अनवर खान, मिंटू कर, प्रशांत जैन, कमल झज्ज, कवता साहू, रूकमणी कर्मा, अम्मा जी राव, शाहनवाज खान, बलराम यादव समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मौके पर न तो सीएसपी और न ही कोई थानेदार
राफेल मामले में केंद्र सरकार को घेरने के लिए शनिवार को कांग्रेसियों ने बड़े आंदोलन की बात कही थी। इसकी जानकारी पहले ही जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को दे दी गई थी। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन ने कलक्टोरेट के पास सुरक्षा के कोई खास इंतजाम नहीं किए थे। यहां सुरक्षा की दृष्टि से न तो सुरक्षा के जवान थे और न कोई जिम्मेदार अधिकारी। यहां सीएसपी से लेकर तीनों थानों मे से किसी के टीआई तक मौजूद नहीं थे। यही कारण था कि कांगे्रसी आसानी से बैरिकेट्स और गेट तोड़कर अंदर घुस आए।
आपाधापी में भानपुरी एसडीओपी पहुंचे, मामले को किया काबू
इधर जब कलेक्टोरेट के करीब कोई सुरक्षा जवान मौजूद नहीं होने की खबर भानपुरी एसडीओपी निमेश बरैया को मिली तो आपाधापी में मौके पर पहुंचे और उन्होंने युवा कांग्रेसियों को काबू में किया और मामले को शांत किया। इसके बाद परिसर में सभा के दौरान भी वे कांग्रेसियों को इसे बंद करने की बात कहते रहे।
इधर एसडीएम ने कार्रवाई की बात कही
इधर एसडीएम अरविंद एक्का ने कार्यकर्ताओं के कलेक्टर परिसर में आने और सभा जैसी गतिविधि करने को गंभीरता से लिया। उन्होंने नाराजगी जताते हुए मामले पर कार्रवाई के लिए मौके पर मौजूद अधिकारियों से कहा है।