बैंक मैनेजर ने कहा 600 से अधिक पेंशनधारी, रोज बुजुर्ग लगाते हैं लाइन
नियानार बैंक मैनेजर मनीष खुजूर ने बताया कि यहां 600 से अधिक पेंशनधारी हैं। रोजाना यहां बुजुर्गों की लाइन लगती है। शासन प्रशासन की तरफ से इनके घर पहुंचाकर पेंशन देने जैसा कोई आदेश नहीं है। कोरोनाकाल में सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए बैंक के अंदर इन्हें नहीं आने दिया जा रहा है। जिस व्यक्ति का नंबर आता है उसे ही अंदर आकर पेंशन लेने दिया जाता है। वहीं बाहर भी गोल घेरा बनाया गया हैए ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो।
मजबूरी बताई और कहा कोरोना काल में घर पहुंच पेंशन सुविधा दें सरकार
बुजुर्ग बैजनाथ ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने दो महीने का राशन दे दिया। इससे काफी मदद हुई। लेकिन सिर्फ चंावल खाकर तो नहीं रह सकते। अन्य सामान भी चाहिए। जिसके लिए पैसे लगेंगे। इसलिए पेंशन का पैसा निकालने के लिए इतने दूर से आए हैं।
खतरा जानते हुए भी पैसे के लिए इतने दूर आया
श्रीनाथ ने बताया कि बेटा दो महीने से काम पर नहीं गया, पैसे भी नहीं मिले हैं; लॉकडाउन की वजह से बेटा दो महीने से काम पर नहीं गया। जो बचत थी वह खत्म हो गई। काम नहीं है तो पैसे भी नहीं आ रहे हैं। ऐसे में अब पेंशन के पैसे का ही सहारा है। इसलिए खतरा जानते हुए भी पैसे के लिए इतने दूर आया हूं।
इस पैसे से कुछ राहत जरूर मिल जाएगी
हरीचंद ने बताया कि घर के लोग मजदूरी करते हैं। लंबे समय से काम नहीं मिल रहा है। पैसे भी आने बंद हो गए। अब कोरोना से मरने से पहले भूख से न मर जाएं इसलिए खतरे के जानते हुए पेंशन लेने के लिए घर से बाहर आए हैं। सरकार को कुछ व्यवस्था करनी चाहिए।